Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिला पंचायत में अध्यक्ष का निर्वाचन निर्विरोध हुआ है. जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस से बीजेपी में आने वाली आशा गोंटिया को मिली है. केवल आशा गोटिया का नामांकन पत्र आने की वजह से कलेक्टर दीपक सक्सेना ने उन्हें आज सोमवार (12 फरवरी) को निर्वाचित घोषित कर दिया. इसके साथ बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज बरकरार रखा है.वार्ड क्रमांक 2 से सदस्य निर्वाचित कांग्रेस की आशा गोटिया ने एक माह पहले ही बीजेपी का दामन थामा था.
बता दें कि जबलपुर जिला पंचायत में 17 सदस्य है, जिन्होंने निर्विरोध बीजेपी की आशा मुकेश गोंटिया को अध्यक्ष चुना हैं. पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष बरकड़े के विधायक चुने जाने के बाद से ही यह पद रिक्त था. हालांकि,पहले जिला पंचायत में कांग्रेस और बीजेपी में बराबरी का मुकाबला था, लेकिन पिछले आशा गोटिया और एकता ठाकुर के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने से समीकरण बदल गए. इसके बाद बीजेपी का ही जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाना तय हो गया था.
किसे मिली जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी
बताया जाता है कि पिछले कई दिनों से जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम को लेकर बीजेपी में माथापच्ची की जा रही थी. कांग्रेस और बीजेपी के जिला पंचायत सदस्यों ने आज सहमति बनाकर निर्विरोध आशा मुकेश गोंटिया को जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में चुन लिया. हालांकि, कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से बीजेपी में आई एकता ठाकुर को डील में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी देने की बात चल रही थी, लेकिन एकता के नाम पर सहमति नहीं बन पाई. बताया जा रहा है आशा गोंटिया विधायक नीरज लोधी की करीबी मानी जाती है. उन्हें कांग्रेस से बीजेपी में लाने का श्रेय नीरज ठाकुर को जाता है.
बता दें कि एमपी के जबलपुर जिला पंचायत का ताज का एक बार फिर बीजेपी को मिला है. जबलपुर जिला पंचायत की ताज आशा गोटिया को मिला है. आशा गोंटिया पहले कांग्रेस की सदस्य थीं बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया था और अब उनको बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिली हुई है, लेकिन उनसे पहले कांग्रेस से बीजेपी में आईं एकता ठाकुर को डील में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी देने की बात हो रही थी, लेकिन उनके नाम पर सहमति नहीं बन पाई थी.
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