MP Panchayat Chunav: मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर चल रहे सियासी घमासान के बीच एक तरफ जहां मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे, वहीं जबलपुर में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर आरोपों की बाैछार कर दी. विवेक तन्खा ने कहा कि जिस ओबीसी आरक्षण का ढिंढोरा बीजेपी पीट रही है, उस ओबीसी आरक्षण के लिए 1994 से ही कांग्रेस ने रास्ते खोल रखे हैं. तन्खा ने कहा कि 1994 में कांग्रेस ने ही पंचायतों में ओबीसी को 25 फीसदी आरक्षण दे दिया था. उस दौरान महाधिवक्ता रहते हुए उन्होंने आरक्षण का बचाव किया था.


सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने कहा कि मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण संविधान के मुताबिक ही मिला है लेकिन बीजेपी संविधान के खिलाफ काम कर रही है. तन्खा ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव रोटेशन के आधार पर ही होने चाहिए लेकिन बीजेपी एक साल पुराने कांग्रेस शासनकाल में किए गए रोटेशन और परिसीमन को रद्द कर 7 साल पुराने 2014 के आधार पर चुनाव करा रही है जो पूरी तरह से असंवैधानिक है. 


इसके साथ ही उन्होंने ने कहा कि ओबीसी आरक्षण के लिए कांग्रेस ने 1994 में ही दरवाजे खोल दिए थे और कांग्रेस ने ओबीसी को 25 फ़ीसदी आरक्षण दिया था. जिस रोटेशन प्रक्रिया का पालन बीजेपी नहीं कर रही है वह रोटेशन प्रक्रिया जनता की भलाई और आरक्षण के लिए बेहद जरूरी है. बीजेपी उन पर आरोप लगा रही है कि उनकी वजह से ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है जबकि हकीकत यह है कि सरकार अपनी बात सुप्रीम कोर्ट के सामने पुख्ता तरीके से नहीं रख पाई जिसका नतीजा यह रहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण पर स्टे लगा दिया.


तन्खा ने कहा कि बीजेपी नेता कानून और कोर्ट प्रक्रिया का मजाक उड़ा रहे हैं. लिहाजा उन्हें कानूनी तौर पर ही सबक सिखाया जाएगा. तन्खा ने कहा कि 3 तारीख को हाई कोर्ट खुल रहे हैं और उसी दिन उनकी ओर से मानहानि और आपराधिक केस बीजेपी नेताओं पर दर्ज कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में ओबीसी के आरक्षण का रास्ता हम (कांग्रेस) ही निकालेंगे यह काम बीजेपी के बस की बात नहीं है. 


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