MP News : पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने कसी कमर, दोनों दल इस तरह से देंगे दावेदार को टिकट
Jabalpur News: नगरीय निकाय चुनाव में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी ने जमीनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी ने किसी प्राइवेट एजेंसी को दावेदारों के सर्वे का काम सौंपा है.
जबलपुर: मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही जीत के लिए कमर कस ली है. राजनीतिक बयानबाजी के साथ ही दोनों पार्टियों ने टिकिट वितरण के लिए नियम-कायदे भी तय कर दिए हैं. जून के पहले हफ्ते में चुनाव कार्यक्रम घोषित करने की संभावना है. फिलहाल आरक्षण की प्रक्रिया चल रही है.
बीजेपी की संचालन समिति
बीजेपी ने पंचायत चुनाव के लिए 40 सदस्यों की संचालन समिति बनाई है. इसकी संयोजक कविता पाटीदार होंगी. समिति में रणवीर सिंह रावत, हरिशंकर खटीक, भगवानदास सबनानी, शरदेन्दु तिवारी, मुकेश सिंह चतुर्वेदी, कांतदेव सिंह, जीतू जिराती, महेंद्र सिंह सिसौदिया, कमल पटेल, अरविंद भदौरिया, गोविंद सिंह राजपूत, भारत सिंह कुशवाहा, रामखेलावन पटेल, बंशीलाल गुर्जर, आशीष दुबे, ललिता यादव, उदय प्रताप सिंह, संपतिया उइके, ज्ञानेश्वर पाटील, रामपाल सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, जालम सिंह पटेल, संजय पाठक, पारस जैन, यशपाल सिसौदिया, रामेश्वर शर्मा, विजयपाल सिंह, नागरसिंह चौहान, पर्वतलाल अहिरवार, दर्शन सिंह चौधरी, तोरण सिंह दांगी, मालती मोहन पटेल, हमीर पटेल, मिथलेश प्यासी, नरेन्द्रसिंह राजपूत, संतोष सिंह ठाकुर, विवेक पालीवाल, रामकरण भावर और शंभू सिंह भाटी शामिल हैं.
पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की सूचना जारी होने के साथ अब नेताओं को निकाय में पार्षद और महापौर के दोबारा आरक्षण का इंतजार है. माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक यह आरक्षण तय हो जाएगा. इसके साथ ही चुनाव की घोषणा हो जाएगी. चुनाव को लेकर हलचल तेज होने के साथ ही पार्षदी के दावेदारों के साथ-साथ अन्य नेता सक्रिय हो गए हैं.
बीजेपी ने जमीनी तैयारियां शुरू की
नगरीय निकाय चुनाव में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी ने जमीनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी ने किसी प्राइवेट एजेंसी को दावेदारों के सर्वे का काम सौंपा है. इस एजेंसी से जुड़े लोगों ने पार्टी के विधायकों और पूर्व विधायकों से हर वार्ड में ओबीसी के दो-दो दावेदारों के नाम इकट्ठे किए हैं. अब पार्षद के टिकट वितरण के समय प्राइवेट एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट आदि के साथ इस लिस्ट पर भी विचार होगा. विधायकों और पूर्व विधायकों के अलावा सांसद, पूर्व सांसद, प्रदेश पदाधिकारियों और जिले के ऐसे वरिष्ठ नेता जो अब दावेदार नहीं हैं, उनसे भी नाम जुटाए जा रहे हैं.
कांग्रेस का टिकिट वितरण फार्मूला तय
इसी तरह कांग्रेस ने तय किया है कि नगरीय निकाय चुनाव में टिकट ऊपर से हासिल नहीं होगी, बल्कि इसके लिए स्थानीय पदाधिकारियों की राय महत्वपूर्ण होगी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी टिकट के लिए गाइडलाइन और निर्देशिका जारी कर दी है. उन्होंने नगर पालिका, नगर निगम और नगर पंचायत चुनाव में प्रत्याशी चयन हेतु स्थानीय संगठन को जिम्मेदारी दी है. संगठन के लोग जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श कर पार्टी टिकट फाइनल करेंगे.
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