इसी बीच 22 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ती चली आ रही है. 22 मार्च को डीजल की कीमत में 82 पैसे और पेट्रोल की कीमत में 88 पैसे का उछाल आया. इसके बाद 23 मार्च को पेट्रोल 86 पैसे और डीजल 83 पैसे ऊपर चला गया. 24 मार्च को डीजल और पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े लेकिन अगले ही दिन 25 मार्च को डीजल 82 पैसे और पेट्रोल 86 पैसे महंगा हो गया. इसके बाद 26 मार्च को भी कीमत बढ़ने का सिलसिला जारी रहा. डीजल की कीमत में 81 पैसे और पेट्रोल की कीमत में 86 पैसे का उछाल आया. रविवार को भी पेट्रोल 57 पैसे तथा डीजल 55 पैसे महंगा हो गया है. इस प्रकार पेट्रोल की कीमत में 3 रुपए 85 पैसे तथा पेट्रोल की कीमत में ₹3 22 पैसे का उछाल आ गया है.
एक्सपर्ट के मुताबिक और बढ़ेंगे दाम
पेट्रोल पंप व्यवसाय पर दो दशक से नजर रख रहे गोपाल महेश्वरी बताते हैं कि अभी भी ऑयल कंपनियों को ₹12 प्रति लीटर का घाटा हो रहा है. ऐसी स्थिति में पेट्रोल और डीजल के दाम आने वाले दिनों में और भी बढ़ेंगे. यदि सरकार ने टैक्स कम कर दिया तो ऑयल कंपनी का घाटा भी कम हो सकता है और अगर टैक्स कम नहीं हुआ तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उछाल आना तय है.
मार्च के महीने में और बढ़ेगी महंगाई
पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है. इससे मार्च के महीने में महंगाई भी बढ़ने की संभावना है. 3 दिनों में पेट्रोल की कीमतों में आए उछाल की वजह से आम लोगों की जेब ढीली हो रही है. वाहन चालक सुदर्शन के मुताबिक पेट्रोल की कीमत बढ़ने से उनकी पॉकेट मनी पर अधिक असर पड़ रहा है. दूसरी तरफ व्यवसाई बृजेंद्र सिंह के मुताबिक ट्रांसपोर्टेशन महंगा होने की वजह से निश्चित रूप से कीमती पर असर पड़ने वाला है.
इसे भी पढ़ें: