Painter Ayush Kundal : मध्य प्रदेश का दिव्यांग चित्रकार जो पैरों से बनाता है अद्भुत पेंटिंग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं उसके मुरीद
Ayush Kundal Story: एमपी के खरगौन में रहने वाले 25 साल के आयुष कुंडल बचपन से दिव्यांग हैं. पैरों से कूची चलाने वाले आयुष के चित्र अद्भुत और आलोकिंक होते हैं. वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले हैं.
MP Handicapped Boy: जिंदगी में कुछ करने की ललक और हिम्मत हो तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है. ये बात आज तक हमने सुनी थी, लेकिन अपनी जिंदगी में इन पंक्तियों को भली-भांति चरितार्थ किया है 25 साल के आयुष कुंडल ने. खरगौन के बड़वाह में रहने वाले आयुष बचपन से ही दिव्यांग हैं. वो ना तो अच्छे से बोल पाते हैं और ना ही खाना खा पाते हैं, लेकिन उनके बनाये गए चित्र अद्भुत और आलोकिंक हैं. आयुष के चित्रों के मुरीदों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जैसी हस्तियां शामिल हैं.
सैकड़ों पेंटिंग बना चुका है आयुष
एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए आयुष को व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता है. इसके बावजूद उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी. चित्रकार आयुष की पेंटिंग का हर कोई दीवाना है. आयुष की एक और खास बात यह है कि वो चित्र को अपने पैरों से बनाते हैं. पेंटिंग की सुंदरता और उनकी कलाकारी का नायाब नमूना देखकर हर कोई अचंभित होकर रह जाता है. आयुष अभी तक सैकड़ों पेंटिंग बना चुके हैं. उनके पेंटिंग की प्रदर्शनी इंदौर के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में लगाई गई थी.
इस दौरान शहर के सैकड़ों लोग आयुष की पेंटिंग्स देखने पहुंचे थे. जिसने भी इन पेंटिंग्स को देखा वो बस उन्हें देखता ही रह गया. आयुष अपनी पेंटिंग्स में जहां प्रकृति की सुंदरता दिखाते हैं तो वहीं वे देवी-देवताओं के अद्भुत चित्र भी बनाते हैं. देश सेवा से जुड़ी यादें और हमारे देशभक्त महानायकों के चित्र भी वो बनाते हैं. ये पेंटिंग्स अपने आप में अद्भुत हैं. आयुष की पेंटिग्स देख कर कोई यह नहीं कह सकता है कि उन्हें किसी दिव्यांग ने बनाया है.
आठ साल से पेंटिंग बना रहा है आयुष
उनकी मां सरोज कुंडल ने बताया की आयुष पिछले आठ साल से पेंटिंग बना रहे हैं. उन्होंने कक्षा 8 तक की पढ़ाई की है. दिव्यांग स्कूल में जाने के दौरान वहां के बच्चों को देख कर उन्होंने भी पेंटिंग बनाने की इच्छा जाहिर की थी. उसके बाद से ही वो पेंटिंग बना रहे हैं. उनकी उम्र अभी 25 साल की है. उनकी अद्भुत चित्रकला को देख कर हमें बहुत खुशी मिलती हैं. अपने बच्चे के दिव्यांग होने से कहीं ना कहीं हमे दुख तो होता था, लेकिन आज हमें उन पर गर्व महसूस होता है. क्योंकि आज हमारे बच्चे की वजह से हमें पहचाना जाता है. हर एक मां- बाप का यही सपना होता है कि उन्हें उनके बच्चे के नाम से एक दिन लोग जरूर पहचाने.
आयुष की पेंटिंग देखने आए विकास शर्मा ने बताया कि यूं तो वो अक्सर चित्रकला प्रदर्शनी देखने जाते हैं, लेकिन यह प्रदर्शनी बहुत खास है, वो इसलिए कि दिव्यांग बालक आयुष द्वारा अपने पैरों से बनाए गए चित्र यहां प्रदर्शित किए गए हैं. विकास कहते हैं कि उनका यह सौभाग्य है कि उन्हें यह प्रदर्शनी देखने को मिली है.
आयुष की पेंटिंग्स के मुरीद कौन-कौन हैं
चित्र बनाने के साथ ही आयुष मोबाइल भी अपने पैरों से ही चलाते हैं. वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं. ट्वीटर, फेसबुक, व्हाट्सऐप जैसे कई प्लेटफार्म पर आयुष के अकाउंट हैं. वे प्रतिदिन अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हैं. आयुष की चिकत्रकला के मुरीदों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राम कथा कहने वाले मुरारी बापू जैसे लोग शामिल हैं. इन सभी लोगों से आयुष अभी तक मुलाकात भी कर चुके हैं. आयुष ने इन सभी लोगों को उपहार स्वरूप अपनी पेंटिंग भेंट की है. प्रधानमंत्री मोदी और महानायक अमिताभ बच्चन आयुष की प्रतिभा के बड़े प्रशंशक हैं.
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