Indore News: मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में वकील और पुलिस के बीच विवाद ने और भी तूल पकड़ लिया है. 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अब पुलिस को आशंका है कि एडवोकेट बड़ा आंदोलन कर सकते हैं, इसलिए हाईकोर्ट और जिला अदालत के आसपास पुलिस विभाग के आला अधिकारी खुद सुरक्षा इंतजाम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
गौरतलब है कि कि हाई कोर्ट के अभिभाषक अरविंद जैन और उनके पुत्र अपूर्व तथा अर्पित का विवाद होने के बाद परदेसी पुरा थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसका विरोध प्रकट करने के लिए बड़ी संख्या में अभिभाषक हाई कोर्ट के बाहर सड़कों पर आ गए. इस दौरान पुलिसकर्मियों और आम लोगों के साथ वकीलों का विवाद भी हो गया, जिसके चलते तीन एफआईआर दर्ज की गई है.
पुलिस ने बताया क्यों दर्ज की गई एफआईआर
इस मामले में डीसीपी हंसराज सिंह ने बताया कि आम लोगों की तरफ से भी शिकायती आवेदन दिया गया था, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. अभी सीसीटीवी कैमरे के आधार पर निगाह रखी जा रही है. दूसरी तरफ पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी भी सुरक्षा इंतजामों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
डीसीपी हंसराज सिंह ने क्या कहा?
इंदौर के डीसीपी हंसराज सिंह ने बताया कि 200 अज्ञात वकीलों पर तुकोगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में सोशल मीडिया पर वायरल फुटेज, पुलिस के कैमरे और जनता द्वारा बनाए गए वीडियो के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है.
उन्होंने बताया कि शांतिपूर्वक यदि कोई प्रदर्शन करता है तो कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यदि कोई कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो पुलिस विभाग द्वारा कड़े इंतजाम किए गए हैं.
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