Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने बजरंग दल के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. थाना कोतवाली में पुलिस ने कांग्रेस की रिपोर्ट पर 200 से ज्यादा अज्ञात बजरंगियों पर तोड़फोड़ और हंगामा करने का मामला दर्ज किया है.इस मामले में कांग्रेस ने पुलिस पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
पुलिस ने क्या जानकारी दी है
एडिशनल एसपी प्रियंका शुक्ला के मुताबिक पुलिस ने देर रात बजरंग दल के प्रचार प्रमुख सुमित ठाकुर,सत्यम रैकवार और राहुल को गिरफ्तार कर लिया. अज्ञात आरोपियों की पहचान की जा रही है.आरोपियों के खिलाफ धारा 147,452,426,506 तथा 153 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.कांग्रेस नेता दिनेश यादव का कहना है कि बजरंग दल के प्रदर्शन के बावजूद पुलिस गायब थी.यह सीधे-सीधे पुलिस की लापरवाही है. एडिशनल एसपी प्रियंका शुक्ला का कहना है कि जांच के बाद दोषी पुलिस वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
यहां बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव की बात कही गई है.इसके विरोध में जबलपुर में गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ की थी.इस दौरान दौरान उन्होंने न केवल कांग्रेस पार्टी का बैनर फाड़ दिया बल्कि पत्थरबाजी करते हुए दफ्तर की खिड़कियों के कांच भी तोड़ दिए.बलदेवबाग के निकट सड़क पर लगभग आधा घंटे भगवा ध्वज लेकर उग्र प्रदर्शन करने के बाद अचानक बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय की तरफ रुख किया.जिस बिल्डिंग में कांग्रेस कार्यालय था,उस पर उन्होंने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.इस दौरान बहुत देर तक पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
कांग्रेस ने क्या आरोप लगाए हैं
इस घटना के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है.पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट करके मुख्यमंत्री चौहान को कटघरे में खड़ा किया.उन्होने कहा कि जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की.इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की.कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है.
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