MP Police: पुलिस के मददगार 10 डॉग्स रिटायर, हत्या-लूट जैसे कई मामलों में किया था पुलिस का सहयोग
MP Police Dogs: पुलिस के 5 ट्रैकर और 5 स्निफर डॉग्स मेडिकल में अनफिट होने के कारण रिटायर हो गए हैं. रिटायर होने पर इन डॉग्स के लिए समारोह आयोजित किया गया.
MP Police Dogs Retire: हत्या-लूट जैसे अन्य संगीन अपराधों में पुलिस का सहयोग करने वाले पुलिस के 10 डॉग्स रिटायर हो गए हैं. इनके रिटायर होने पर बाकायदा पहली बार समारोह आयोजित किया गया. इसमें पुलिस अफसरों ने डॉग्स को माला पहनाकर सम्मानित किया. इन डॉग्स ने मुख्यमंत्री सहित अन्य वीवीआईपी के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण सहयोग किया.
बता दें पुलिस के 5 ट्रैकर और 5 स्निफर डॉग्स मेडिकल में अनफिट होने के कारण रिटायर हो गए हैं. रिटायर होने पर इन डॉग्स के लिए समारोह आयोजित किया गया. समारोह में एडीजी एसएएफ साजिद फरीद शापू, डीआईजी एसएएफ नवनीत भसीन, कमांडेंट 23वीं बटालियन आदित्य प्रताप सिंह और कमांडेंट 25वीं बटालियन निश्चल इटारिया मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान एडीजी एसएएफ साजिद फरीद शापू ने डॉग्स को माला पहनाकर सम्मानित किया.
इन्हें किया गया सम्मानित
स्निफर डॉग मधु ने 13 साल तक सेवाएं दीं. मधु की नियुक्ति 16 मार्च 2011 को हुई थी. बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद मधु की नियुक्ति शिवपुरी और होशंगाबाद जिले में रही. मधु ने अपनी तैनाती के दौरान वीवीआईपी सुरक्षा सहित कई अन्य मामलों में पुलिस का सहयोग किया है.
डॉबरमैन शीला: शीला की उम्र 12 साल 8 माह है. शीला की नियुक्ति 16 मार्च 2011 को हुई थी. बुनियादी प्रशिक्षण के बाद शीला की नियुक्ति सिंगरौली, राजगढ़ व शहडोल रही. अपनी तैनाती के दौरान शहडोल में जयसिंह नगर थाने क्षेत्र में हुई हत्या के केस को 2019 में शीला के कारण खोला जा सका. आरोपी को सेंट के आधार पर सर्च किया तो पुलिस ने उससे पूछताछ की. पूछताछ में आरोपी ने तीन साथियों के साथ मिलकर हत्या कबूल की. शीला ने ऐसे 7 मामलों के खुलासे में पुलिस की मदद की.
डॉबरमैन ऊषा: उम्र 12 साल 8 माह, नियुक्ति 16 मार्च 2011. प्रशिक्षण के बाद ऊषा की नियुक्ति बड़वानी, राजगढ़ जिले में रही. बड़वानी के पास सेनल थाना क्षेत्र में हुई नकबजनी के बाद पुलिस को चोट के फुटप्रिंट मिले थे. यहां मिले सेंट के आधार पर ऊषा ने कई चौकीदारों के बीच मुख्य आरोपी को पहचान लिया, जो विजय गोस्वामी था. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूला था.
डॉबरमैन कमांडो: उम्र 10 साल 7 माह, नियुक्ति 26 मार्च 2013. प्रशिक्षण के बाद कमांडो की नियुक्ति जबलपुर में हुई थी. जबलपुर के तिलवारा थाने में हुए हत्या और अपराधिक साजिश के अपराध के खुलासे में कमांडो ने अहम भूमिका निभाई. यहां पुलिस को एक कपड़ा मिला था. इसमें मिले सेंट को भांपकर कमांडो ने पुलिस को आरोपी तक पहुंचाया. कमांडो ने हत्या के 4 सनसनीखेज मामलों का खुलासा करवाया था.
यह भी पढ़ें: Mahakaleshwar Jyotirlinga: सोमवार को भगवान महाकाल निकलेंगे नगर भ्रमण पर, इस बार ऐसी रहेगी व्यवस्था, रिहर्सल शुरू