Madhya Pradesh Police Reform: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों और सुविधाओं से लैस करने का मन बना लिया है. साथ ही साथ बड़े महानगरों में क्राइम कंट्रोल के लिए अत्याधुनिक तकनीक वाले नए थाने खोलने की शुरुआत इंदौर से की जा रही है. शांति का टापू कहे जाने वाला मध्य प्रदेश अपनी पुलिस व्यवस्था के लिए भी देश भर में जाना जाता है. मध्य प्रदेश पुलिस को आम जनता के साथ समरसता और सद्भाव के लिए पूरे देश में ख्याति प्राप्त है, लेकिन कई दिनों से पुलिस विभाग की मांग थी कि उन्हें आधुनिक राइफल और बंदूकों की आवश्यकता है. जिसे देखते हुए पुलिस विभाग बहुत जल्द ही नए अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने जा रहा है.
मध्य प्रदेश गृह विभाग के द्वारा लगभग 400 घातक राइफल खरीदने का मसौदा तैयार किया गया है. जिसमें असॉल्ट रायफल जोड़ने की भी तैयारी है. मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष टास्क फोर्स एटीएस, एंटी नक्सल यूनिट और वरिष्ठ अधिकारियों के पास नई आधुनिक राइफल देने का विचार बनाया जा रहा है.
असाल्ट राइफल खरीदने की तैयारी में मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश पुलिस के लिए गृह विभाग जेवीपीसी और असॉल्ट राइफल खरीदने का मन बना रहा है. जो कि आधुनिक होने के साथ-साथ मजबूत होती हैं और लम्बी मारक क्षमता में भी प्रयुक्त होती हैं. साथ ही साथ मध्य प्रदेश के बड़े महानगरों में क्राइम रेट को कम करने और बढ़ते अपराध की रोकथाम के लिए विशेष क्राइम थाने बनाने का विचार किया जा रहा है. जिसका पहला प्रयोग मध्य प्रदेश की आर्थिक एवं व्यवसायिक राजधानी इंदौर से किया जा रहा है.
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इंदौर शहर कमिश्नरेट के अंतर्गत आते हैं 36 थाने
सामान्यत इंदौर शहर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली के अंतर्गत लगभग 36 थाने आते हैं, इनमें जहां अपराध रेट अधिक है. उन क्षेत्रों को चिन्हित कर विशेष क्राइम थाने खोलने का विचार मध्य प्रदेश गृह विभाग एवं पुलिस प्रशासन कर रहा है. अगर इंदौर की ही बात करें तो भवर कुआं, खजराना, विजयनगर जैसे कई अन्य और क्षेत्र हैं, जिन्हें विशेष क्राइम थाने के लिए चिन्हित किया जा रहा है.