सीहोर: मध्य प्रदेश में 51 जिलों में शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर चुनाव हो रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में जिला पंचायत अध्यक्ष का रोचक चुनाव संपन्न हो गया. इसमें भारतीय जनता पार्टी के गोपाल सिंह इंजीनियर ने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी शशांक सक्सेना को पराजित कर दिया है. गोपाल सिंह इंजीनियर जिला पंचायत चुनाव से पहले ही काग्रेंस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. गोपाल इंजीनियर को 11 जिला पंचायत सदस्यों के वोट मिले. शशांक सक्सेना को केवल 6 मतों से संतुष्ट होना पड़ा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के गृह जिले में भी जिला पंचायत के अंदर बीजेपी ने भगवा परचम लहरा दिया है.


पुलिस छावनी में बदला जिला पंचायत का दफ्तर


इसकी वजह से निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. सीहोर कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को सीहोर जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई. इसे देखते हुए सीहोर कलेक्ट्रेट कैंपस को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था. किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए थे. बीते दिनों जिस प्रकार के हालात सीहोर में बने थे. उसको लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में विवाद को टालने के लिए पुलिस व्यवस्था चाक-चौबंद थी.


बसों पर सवार होकर आए जिला पंचायत सदस्य


जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में तमाम सुरक्षा के साधनों के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष का मतदान संपन्न हुआ. बीजेपी के जिला पंचायत सदस्य जिले के तीनों विधायकों और सांसदों के साथ वीडियो कोच बस में सवार होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. बसों के आसपास सुरक्षा घेरा भी नजर आया. सूत्रों के मुताबिक पुलिस का फॉलो वाहन ही उन्हें सुरक्षा दे रहा था. इस दौरान बीजेपी सांसद रमाकांत भार्गव, रघुनाथ भाटी और विधायक सुदेश राय, विधायक करण सिंह वर्मा औप जिला अध्यक्ष रवि मालवीय सुबह से ही अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे थे. सीहोर जिले का जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव मुख्यमंत्री के गृह जिले होने के कारण हाईप्रोफाइल बन गया था. 


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