MP Politics: भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लगातार मिल रही सफलता का राज उसका मजबूत कैडर बेस है.पार्टी की यह खासियत भी है कि वह साल के 365 दिन अपने कैडर को मजबूत करने के लिए प्रयासरत रहती है. चूंकि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, तो पार्टी अपने कैडर को बेहतर ढंग से संगठित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. विधानसभा संयोजक की नियुक्ति इसी प्लानिंग की अगड़ी कड़ी है.


माइक्रो मैनेजमेंट के फार्मूले पर चुनावी तैयारी कर रही बीजेपी
राजनीतिक जानकर बताते हैं कि बीजेपी अपनी चुनावी तैयारी माइक्रो मैनेजमेंट के फार्मूले पर कर रही है. इसके संकेत प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा लंबे समय से दे रहे हैं. उनके संभाग और जिला स्तर के सम्मेलनों के भाषण में भी बूथ लेवल पर सबसे ज्यादा काम करने पर जोर दिया जाता है. पार्टी चुनावी साल में अपने अधिकतम कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपना चाहती है. इसीलिए,अब चुनाव प्रबंधन के लिए हर विधानसभा में संयोजक नियुक्त करने की तैयारी है. इसके लिए पार्टी ने सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो से तीन नामों की सूची जिला अध्यक्षों से मांगी है.


230 विधानसभा में संयोजकों की नियुक्ति करेगी बीजेपी
माना जा रहा है कि फरवरी अंत तक सभी 230 विधानसभा में बीजेपी संयोजकों की नियुक्ति कर दी जाएगी. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले वोटर के मूड भांपने में जुटी बीजेपी सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण के आधार पर पार्टी में कार्यकर्ताओं को तवज्जो देने जा रही है. इसीलिए संगठन ने तय किया है कि हर विधानसभा क्षेत्र में उस समाज या जाति के सक्रिय कार्यकर्ता को विधानसभा क्षेत्र में संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जो वहां सक्रिय और लोकप्रिय है.


इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
इसमें इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि कार्यकर्ता की छवि पर कोई दाग न हो. इसी आधार पर पार्टी ने संगठनात्मक जिम्मेदारी निभाने के साथ ही पार्टी के लिए काम करने वाले दो से तीन कार्यकर्ताओं के नाम भी जिला अध्यक्षों से मांगे हैं. हर विधानसभा से दो से तीन नाम आने के बाद पार्टी सभी 230 विधानसभा के लिए संयोजक नियुक्त करेगी. ये लोग संगठनात्मक कार्यक्रमों को विधानसभा स्तर पर क्रियान्वित कराने का काम करेंगे.


इसके लिए उन्हें पार्टी विधायकों से समन्वय बनाने का काम करना होगा. हालांकि बीजेपी ने पिछले चुनाव में हारी हुई 103 विधानसभा सीटों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति नवंबर महीने में कर दी थी. उन्हें ट्रेनिंग देकर विधानसभा क्षेत्रों में भेज दिया गया है.


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