Bharat Jodo Yatra Vs Gaurav Yatra: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के मध्य प्रदेश में प्रवेश के साथ ही प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है. राहुल गांधी यात्रा के दौरान जननायक टंट्या भील के जन्म स्थान पर जाएंगे. इससे ठीक एक दिन पहले बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) गौरव यात्रा (Gaurav Yatra) में शामिल होकर यात्रा का शुभारंभ करेंगे. इस यात्रा में प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री भी शामिल होंगे.


राहुल गांधी की यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुकी है. उससे पहले ही प्रदेश की राजनीति में आदिवासी वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर बीजेपी ने बड़ा दाव खेला है. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी  भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित जननायक टंट्या भील के जन्म स्थान बड़ौदा अहीर जाने वाले हैं. राहुल गांधी 24 नवंबर बड़ौदा अहीर जाएंगे, लेकिन उससे पहले 23 तारीख को भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी वोट बैंक बचाने के लिए गौरव यात्रा का आयोजन किया है. इस गौरव यात्रा में सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होने पंधाना आएंगे. इतना ही नहीं, शिवराज सिंह के साथ उनके चार मंत्री भी इस यात्रा में शामिल होंगे.


बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाए ये आरोप
प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है, जिन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग लेने वाले वीरों को सम्मानित किया. जिन्हें कांग्रेस और इतिहासकारों ने देश के पन्नों में स्थान नहीं दिया था. हम गर्व से कह सकते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे वीरों टंट्या मामा भील, भीमा नायक, बिरसा मुंडा, रघुनाथ शंकर शाह को सम्मानित किया और उनकी याद में मेले आयोजित किए जा रहे हैं. 


कांग्रेस के नेताओं ने इसी महानायक टंट्या मामा को डाकू और लुटेरा बताया. शर्म की बात है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और पार्टी के बाकी नेता घड़ियाली आंसू बहाने के लिए 24 तारीख को टंट्या मामा की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर पहुंचेंगे. उन्हें वहां पहुंचने का कोई अधिकार नहीं है.


'केवल चुनाव के समय नहीं, पूरे साल आती है जननायकों की याद'
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पंधाना से विधायक राम दगोरे ने कहा कि यह राजनीतिक यात्रा नहीं है. यह पहले से प्रस्तावित थी. हमें जननायकों की याद चुनाव में ही नहीं बल्कि साल भर आती है. जबकि कांग्रेसी उन्हें चुनाव के समय ही याद करती है. आज जब चुनाव हैं, ऐसे में राहुल गांधी को भगवान बिरसा मुंडा, जननायक टंट्या भील की याद आ रही है. भारतीय जनता पार्टी जनजाति गौरव का पहले भी सम्मान करती आई है, आज भी सम्मान करती है और आगे भी करते रहेगी. 


कांग्रेस को पहले से जनजाति गौरव के बारे में सोचना चाहिए था, लेकिन अब आदिवासी समाज जाग चुका है. यह तो साफ है कि आदिवासियों के साथ कौन है कौन नहीं है. जब टंट्या मामा को कोई पूछता नहीं था, उस समय हमारी सरकार ने उनका स्मारक बनवाया. जनजातीय नायकों को उनका सम्मान दिया. ऐसे में कांग्रेस को कोई अधिकार नहीं है कि वह उनके बारे में बात करें.


4 दिसंबर को इंदौर में होगा गौरव यात्रा का समापन
बीजेपी प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि 23 नवंबर को टंट्या मामा की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर से गौरव यात्रा निकाली जा रही है. गौरव यात्रा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होकर गौरव यात्रा का शुभारंभ करेंगे यह यात्रा खण्डवा जिले की विधानसभा से निकाली जाएगी, जिसका समापन 4 दिसंबर को इंदौर में होगा. इस दौरान यात्रा का पड़ाव पातालपानी भी होगा. इंदौर में महानायक टंट्या मामा की मूर्ति का लोकार्पण होगा.


यह भी पढ़ें: MP Job Fair: भोपाल और ग्वालियर रोजगार मेले में 415 युवाओं को मिली नौकरी, सिंधिया और नरेंद्र तोमर ने बांटे नियुक्ति पत्र