MP BJP News: 'भारतीय जनता पार्टी (BJP) में सांसद और विधायकों की बखत नहीं है. इस समय सांसद-विधायक और कार्यकर्ताओं की कोई सुनने वाला नहीं है. कुछ दिन पहले ही क्षेत्रीय सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने ग्राम खजुरियाकलां गांव में स्कूल के पास बनी शराब दुकान हटवाने को कहा था, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी.' यह बात बुधवार को सीहोर विधानसभा से चार बार के विधायक रहे रमेश सक्सेना ने अपने निवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही.
पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने कहा कि जिले में 50 से ज्यादा शराब की दुकानें ऐसी हैं, जो सार्वजनिक स्थल, मंदिर और स्कूलों के पास हैं. एक कमेटी बनाकर इन दुकानों को तुरंत हटाना चाहिए. सीएम के जिले में ही शासन की नीतियों का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं किया जाता.
क्या बीजेपी के सपोटर हैं जिलाध्यक्ष?
पत्रकारवार्ता के दौरान एक मीडियाकर्मी ने जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. बलवीर सिंह तोमर को लेकर सवाल किया कि विपक्ष में होने के बावजूद कांग्रेस जिलाध्यक्ष नजर नहीं आते, क्या वे कांग्रेस के सपोटर हैं? इसपर जवाब देते हुए पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने कहा कि डॉ. बलवीर तोमर मजबूत जिलाध्यक्ष हैं, लेकिन आदमी की शारीरिक परिस्थितियां बन जाती हैं. उन्होंने सभी जगह जवाबदारियां सौंप रखी हैं. सभी को बता रखा है कि कब किसको क्या स्टेप उठाना है. जरूरी नहीं है कि जिलाध्यक्ष हर जगह मैदान में आएं.
कलेक्टर से करेंगे अपील
चर्चा के दौरान पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में अनेकों नीतियां बनती हैं, लेकिन सही तरीके से उनका क्रियान्वयन नहीं होता. अधिकारी तो नीतियों को लागू करना चाहते हैं, लेकिन वह दबाव में हैं. यह सीएम का गृह जिला है और यहां पर उन्हें नेताओं के हिसाब से चलने के निर्देश मिलते हैं. नई शराब नीति को लेकर उन्होंने कहा कि वह जिला कलेक्टर से अपील करेंगे कि जिले में नई शराब नीति का पूरी तरह से पालन हो. नीति में कहा गया है कि धार्मिक स्थलों और स्कूल छात्रावासों के पास बनी शराब दुकानों को हटाया जाएगा.
रमेश सक्सेना ने कहा कि कहा कि जिले में खुलेआम अवैध शराब बिक रही है, लेकिन अफसर कार्रवाई करने से डरते हैं. उन्हें कार्रवाई न करने के लिए सीएम द्वारा बोला गया है.
बिना लाइसेंस चल रहे अहाते
पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने कहा कि जिले में भी 50 से अधिक धार्मिक स्थलों के पास शराब दुकानें बनी हुई हैं. कलेक्टर एक कमेटी बनाए और इनका निरीक्षण कर इनको हटवाए और नई नीति का कलेक्टर सख्ती से पालन करवाए. रमेश सक्सेना ने कहा कि जिले में कई अहाते बिना लाइसेंस के ही चल रहे हैं. नई नीति में शराब दुकानों के पास से अहाते हटाने के नियम आ गए हैं. यहां जिले में कई दुकानों के पास ही लोग शराब पीते हैं और वहीं लोट लगाते हैं.
जिम्मेदार अफसर नीति का कड़ाई से पालन करावाएं, नहीं तो कांग्रेस इसका सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी. रमेश सक्सेना ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जिले में नेताओं को खुली छूट दे रखी है. तो वहीं अधिकारियों पर बंदिशें लगा रखी हैं. बीजेपी के जनप्रतिनिधि मनमानी पर उतरे और आमजनता इनसे परेशान हैं.
'घोषणावीर हैं मुख्यमंत्री'
बीजेपी सरकार द्वारा निकाली जा रही विकास यात्राओं को लेकर विधायक सक्सेना ने कहा कि इन 20 साल में कितना विकास हुआ है, जनता खुद जानती है. जनता इन्हें जवाब दे रही है. गांव-शहर हर जगह इन यात्राओं का विरोध हो रहा है. प्रदेश में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कमिशनखोरी, मंहगाई चरम पर है. सब जान चुके हैं कि मुख्यमंत्री घोषणावीर हैं और झूठी घोषणाएं करते हैं.
'किसानों को जेल में डाल रही सरकार'
विधायक ने कहा कि आज आमजन बीजेपी की नीतियों से परेशान है किसान, छात्र, छोटे व्यापारी हर वर्ग इस सरकार से त्रस्त हो चुका है. लोग सरकार बदलने का मन बना चुके हैं. क्षेत्र में बिजली अफसर मनमानी बरत रहे हैं. किसानों पर झूठे बिजली चोरी के प्रकरण दर्ज कराए जा रहे हैं. झूठे प्रकरणों में फंसा कर कुर्की की कार्रवाई की जा रही है. खेतों से अफसर मोटर पंप उठाकर ले जा रहे हैं. किसानों को जेल भेजा जा रहा है. कांग्रेस इसका विरोध करती है.
यह भी पढ़ें: MP News: 'नाइट कल्चर' खत्म करने के लिए मैदान में उतरी महिला कांग्रेस, प्रदर्शन करते हुए CM शिवराज के नाम सौंपा ज्ञापन