Congress Protest On EVM: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में भी अब ईवीएम को लेकर विरोध देखा जा रहा है. ईवीएम मशीन से लोकसभा चुनाव न करने की मांग को लेकर आज इंदौर कांग्रेस शहर कमेटी की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. इंदौर के गीता भवन चौराहे स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समीप खड़े होकर कांग्रेस नेताओं ने एक आवाज में कहा कि ईवीएम से हम लोग लोकसभा चुनाव नहीं करवाना चाहते हैं. एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) पहले ही यह कह चुके हैं कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के जरिए बीजेपी मतदाताओं के साथ धोखा कर रही है और मतों में हेर फेर करके बीजेपी ने यह सरकार बनाई है.


पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के इस आरोप के बाद बीजेपी का पलटवार भी सामने आया था, जहां बीजेपी के नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस हर बार अपनी हार के पीछे ईवीएम (EVM) का रोना रोती है, लेकिन कांग्रेस (Congress) यह नहीं जानती कि वह अब मध्य प्रदेश में कहीं भी नहीं है और न ही उसके पास नेता है और न ही नीति है और न ही नियत है. इस तरह की बातों के सामने आने के बाद अब कांग्रेस ने एक बार फिर से ईवीएम का विरोध खुलकर शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत इंदौर की गीता भवन चौराहे से हुई गीता भवन चौराहे पर स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा के पास आज यानी गुरुवार (14 दिसंबर) सुबह तमाम कांग्रेस के नेता इकट्ठा हुए और उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया.


कांग्रेस ने किया ईवीएम को विरोध


इस प्रदर्शन के दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चढ़ा भी मौजूद रहे. मीडिया से चर्चा में सुरजीत ने बताया कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में हेर फेर करके बीजेपी  ने विधानसभा में जीत हासिल कर ली है जो मतदाताओं के साथ धोखा है. इस धोखे से बचने के लिए आप कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का बहिष्कार करने का कार्यक्रम बनाया है और हम इसका विरोध करते हैं.आपको बता दें कि मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर बीजेपी पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं.


यह कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में हेरफेर करके बीजेपी ने अलग-अलग राज्यों में सरकार बनाई है. वहीं बीजेपी के नेताओं की तरफ से प्रति उत्तर में कहा जाता है कि अगर ऐसा होता तो न राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होती और न ही कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनती. ऐसे में बीजेपी कैसे इलेक्ट्रॉनिक मशीन वोटिंग मशीन में हेरफेर कर सकती है. इधर चुनाव आयोग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इस प्रकार की कहानी कोई शिकायत नहीं है कि ईवीएम में हेर फेर करके उसमें मतों को बढ़ाया या घटाया जा सके.


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