मध्य प्रदेश सरकार के नशाबंदी अभियान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तीखा हमला किया है. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि जिसकी सरपरस्ती में पिछले 18 सालों से नशे का कारोबार फल-फूल रहा था,आज वे नशे के अवगुण बता रहे हैं. उन्होंने बड़ा हमला करते हुए कहा कि जिस शिवराज सरकार में आज शराब सस्ती कर घर-घर पहुंचाने का पूरा इंतजाम किया गया है. वह आज नशे को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं.
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अपने ट्वीटर अकॉउंट पर लिखा कि,"बड़ा आश्चर्यजनक है ? जिनकी मध्य प्रदेश में 18 वर्ष से सरकार है, जिनकी सरकार में नशे का व्यापार खूब फला-फूला, वह आज नशे पर उपदेश दे रहे हैं. नशे के अवगुण बता रहे हैं. नशे से होने वाले अपराध बता रहे हैं और नशे के अवैध कारोबार पर कार्यवाही का संकल्प ले रहे हैं.
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश में शिवराज सरकार में अवैध जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौते हुई है. हमने शिवराज सरकार में वह समय भी देखा है, जब कोरोनाकाल में सभी चीजें बंद थी. यहां तक की धार्मिक स्थल भी बंद थे लेकिन शराब की दुकानें बदस्तूर चालू थी. मध्य प्रदेश के कई शहरों में आज नशे का व्यापार खुलेआम चल रहा है. बड़ी संख्या में युवा इसकी चपेट में आते जा रहे हैं.
कमलनाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि कई परिवार इसके कारण बर्बाद हो गए हैं और सरकार आज नींद से जाग रही है. वह आज संकल्प ले रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया कि हमारी सरकार में तो हमने नशे व ड्रग्स के अवैध कारोबार के खिलाफ सघन अभियान चलाया था. उन्होंने कहा कि यदि सरकार प्रदेश के युवाओं को नशे से बचाना चाहती है तो भले वह देर से जागी है लेकिन उसको नशे के अवैध कारोबार को नेस्तनाबूद कर देना चाहिये. इससे जुड़े लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिये.
यहां बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से नशामुक्ति जनजागरण अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान से समाज के सभी वर्गों को जोड़ा जा रहा है लेकिन पूर्णतः शराबबंदी की उमा भारती की मांग पर अभी सरकार ने चुप्पी साध रखी है.
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