MP Politics: 'कमलनाथ कौन से तोप हैं...औंधे मुंह कैसे गिरे', सिंधिया के खिलाफ दिये बयान पर BJP विधायक का पलटवार
Madhya Pradesh: इसके अलावा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कमलनाथ खुद को सुपीरियर दिखाना चाहते हैं. साथ ही कहा कि कमलनाथ सेठ हैं, धमकी देना और दबाव बनाना उनकी आदत है.
MP News: एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) द्वारा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के खिलाफ दिए गए तोप वाले बयान पर भोपाल के बीजेपी विधायकों ने पलटवार किया. कमलनाथ के बयान पर भोपाल से हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा और नरेला विधायक और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Vishvas Kailash Sarang) ने पलटवार किया. उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कमलनाथ का फ्रस्ट्रेशन उजागर हो रहा है. यह 15 माह की सरकार हटने का फ्रस्ट्रेशन है. 15 माह की सरकार में भ्रष्टाचार, अनाचार और अत्याचार हुआ. उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने आगे पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 15 माह की सरकार में मप्र की कानून व्यवस्था समाप्त की और गरीबों की योजनाएं बंद कर दी थी.
कमलनाथ द्वारा बीते दिनों अफसरों को लेकर दिए बयान पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कमलनाथ सेठ हैं, धमकी देना और दबाव बनाना उनकी आदत है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, कमलनाथ हमेशा इस तरह अफसरों पर दबाव बनाना चाहते हैं. लोकतंत्र में विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका का अपना दायित्व और कर्तव्य है. इस तरह दबाव बनाकर कमलनाथ अपना फ्रस्ट्रेशन उजागर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कमलनाथ खुद को सुपीरियर दिखाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि घृणा और दबाव की राजनीति का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.
हुजूर विधायक बोले कमलनाथ ने कौन सी तोप चलाई
इसी तरह भोपाल के हुजूर विधानसभा से विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी पीसीसी कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ कौन से तोप हैं और उन्होंने कौन सी तोप चलाई है. उन्होंने कहा कि सिंधिया अगर तोप नहीं होते तो आप औंधे मुंह कैसे गिरते. सिंधिया तोप हैं, इसीलिए तो आप गिरे, अगर कमलनाथ ताकतवर होते तो अपना प्लान करते. उन्होंने झूठ बोलने की तोप जरूर चलाई. मध्य प्रदेश के किसानों को छला है, राज्य के बेरोजगारों को छला है. मप्र की माता बहनों कोक छला है, बेटियों को 51 हजार का वादा करके नहीं दिया, उन्हें छला है.
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