MP Politics: सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही एक्शन मोड में दिखे मोहन यादव, एक महीने में लिए ये 3 बड़े फैसले
MP News: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान हुए थे और 3 दिसंबर को नतीजे आए थे. वहीं 13 दिसंबर को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव ने शपथ ली थी, आज एक महीने पूरे हो गए.
Madhya Pradesh News: डॉ. मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के आज एक महीने पूरे हो गए. इस एक महीने के कार्यकाल की बात करें तो इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव पांच बार दिल्ली तो पांच बार ही अपने गृह नगर उज्जैन पहुंचे. इन एक महीने के कार्यकाल के दौरान सीएम यादव ने तीन बड़े फैसले लिए हैं, वहीं राज्य में 45 आईएएस और 11 आईपीएस अफसरों का तबादला किया गया है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हुए थे, 3 दिसंबर को परिणाम आए थे. इन परिणामों में बीजेपी को बंपर जीत मिली. 13 दिसंबर को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव ने शपथ ली थी. 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल बना और 30 दिसंबर को मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया गया.
सीएम बनने के बाद तीन बड़े फैसले
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद तीन बड़े फैसले लिए. इसमें सीएम पद की शपथ के साथ ही सीएम ने धार्मिक स्थलों पर तेज साउंड में बजने वाले लाउड स्पीकर पर रोक और मांस-मछली की अवैध दुकानों पर कार्रवाई के आदेश दिए, जबकि दूसरा भोपाल के डेवलपमेंट को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में 360 करोड़ रुपए की लागत से बने बीआरटीएस हटाने का फैसला. तीसरा फैसला थानों की सीमाएं नए सिरे से तय करने के आदेश दिए.
45 आईएएस-11 आईपीएस का हुआ तबादला
सीएम डॉ. मोहन यादव के एक महीने के कार्यकाल की बात करें तो इस दौरान 45 आईएस और 11 आईपीएस अफसरों का तबादला किया गया है, जिसमें 9 कलेक्टर, 3 एसपी व 1 संभागायुक्त को मैदानी पोस्टिंग से हटाकर भोपाल बुलाया.
पद संभालते ही एक्शन मोड में सीएम मोहन
सीएम पद का प्रभार संभालते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एक्शन में हैं. शपथ लेने के तीसरे दिन ही वे छिंदवाड़ा पहुंचे और उन्होंने मंच से कहा कि कलेक्टर साहब ध्यान रखिए पटवारी से गलती हुई तो आप भी कार्रवाई होगी. जबकि गुना बस हादसे में 13 लोगों के मरने के बाद सीएम गुना पहुंचे और आरटीओ को संस्पेंड किया, परिवहन आयुक्त व विभाग के प्रमुख सचिव को हटा दिया. शाजापुर में कलेक्टर के औकात वाला वीडियो वायरल होने के बाद शाजापुर कलेक्टर को भी हटा दिया.
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