BJP Vikas Yatra: मध्य प्रदेश में बीजेपी की विकास यात्रा को लेकर हर दिन कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है. जबलपुर में विकास यात्रा में भीड़ न जुटाने वाले पंचायत सचिव को प्रशासन ने नोटिस थमाया तो कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया. कांग्रेस विधायक संजय यादव ने आरोप लगाया है कि यदि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विकास किया होता तो जनता खुद ही इकट्ठा होती.


दरअसल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत शहपुरा ने बरगी विधानसभा की ग्राम पंचायत सिहोदा के सचिव महेन्द्र पटेल पर विकास यात्रा में भीड़ न इकट्ठा करने लिए जिला पंचायत सीईओ को चिट्ठी लिखी है. इसी चिट्ठी से कांग्रेस विधायक संजय यादव भड़के हुए हैं.


'क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों को भी नहीं किया गया आमंत्रित'
जिला पंचायत सीईओ सलोनी सिडाना को लिखे पत्र में कहा गया है कि सिहोदा ग्राम पंचायत में 20 फरवरी को विकास यात्रा आयोजित की गई था. आयोजन के पूर्व ही पंचायत सचिव महेन्द्र पटेल को ग्राम में मुनादी पिटवाने के साथ क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों को सूचित करने तथा समस्त योजनाओं की जानकारी रखने के लिए निर्देशित किया गया था. महेंद्र पटेल द्वारा ग्राम पंचायत क्षेत्र में कोई मुनादी नहीं कराई गई. न ही क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों को विकास यात्रा कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया.


ग्राम पंचायत सिहोदा में विकास यात्रा कार्यक्रम में शासकीय कर्मचारियों तथा शिक्षकों के अलावा ग्रामवासियों की उपस्थिति नगण्य रही. इससे विकास यात्रा में उपस्थित जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व विधायक द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गई.इस आधार पर महेंद्र पटेल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने का प्रस्ताव आपकी ओर प्रेषित गया है.


'अगर विकास किए होते तो जनता इकट्ठा होती'
इस चिट्ठी के बाद जबलपुर में राजनीतिक बवाल मच गया. कांग्रेस विधायक संजय यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की झूठी विकास यात्रा में ग्राम पंचायत सचिवों को फर्जी भीड़ जुटाने के लिए बाध्य किया जा रहा है. जब भीड़ नही पहुंच रही तो उन्हें सस्पेंड किया जा रहा है. ये कैसी विनाशकारी यात्रा है. यदि विकास किये होते तो जनता इकट्ठा होती.


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