MP Politics: 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी, 5 जिलों की कोर कमेटी बैठक में हुआ मंथन
Madhya Pradesh News: बैठक में दलित- आदिवासियों के रूक पर चर्चा की गई. महामंत्री शिवप्रकाश ने सभी तैयारियों को लेकर निर्देश दिये. साथ ही 2018 में मिली हार के कारणों को जाना.
MP BJP News: एमपी में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरी तरह से कमर कस ली है. बीजेपी विधानसभा चुनाव 2018 में मिली हार को दोबारा दोहराना नहीं चाहती है. इसी को लेकर बीजेपी ने अब कोर कमेटी की बैठकें शुरू की है. शुक्रवार को भोपाल और नर्मदापुर के 05 जिलों की बैठक आयोजित की गई थी.
बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश (Shivprakash) मौजूद रहे. प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान शिवप्रकाश ने 2018 में मिली हार के कारणों को जाना और 2023 में जीत के लिए मंथन किया. बैठक के दौरान दलित-आदिवासियों का रूख किस तरफ होगा इस पर बात की गई. बैठक के दौरान यह भी टटोला गया कि आपके जिले में दलित आदिवासियों का रूख किस और है.
शिवप्रकाश ने स्थानीय नेताओं से साल 2018 के विधानसभा चुनावों में मिली हार के कारणों को पूछा गया. जबकि मिशन 2023 कैसे फतेह होगा इस पर भी मंथन किया हुआ. नगरीय निकाय चुनावों में वार्डों में बीजेपी की क्या स्थिति रही इस पर चर्चा की गई.
नेता-कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल की जरूरत
कोर कमेटी की बैठक के दौरान राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने नर्मदापुरम के लिए खासतौर से निर्देश दिए कि यहां नेता और कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल की जरूरत है. बीजेपी की बैठकों में सभी नेता कार्यकर्ता जुटते हैं, इसी तरह जिलों में भी ऐसा ही होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जिलों में हर महीने बैठकें आयोजित होनी चाहिए. बैठक के दौरान शिवप्रकाश ने कहा कि मंडल में 21 लोगों की समिति होती है, उन्हें बूथ सौपें. उन्होंने कहा कि जिले के साथ अन्य पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारी सैंपी जाए और पार्षदों को ट्रेनिंग दी जाए.
होर्डिंग्स पर लगे फोटो को लेकर निर्देश
बैठक के दौरान हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा से शिवप्रकाश ने कहा कि कार्यक्रमों में लगे होर्डिंग्स पर किसके फोटो लगते हैं, इस पर विशेष फोकस होना चाहिए. शर्मा से उन्होंने कहा कि हारी हुई सीटों पर विशेष फोकस करें. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान हार का मुंह देखना पडता था. इस वजह से बीजेपी की सरकार डेढ साल के लिए सत्ता से बाहर हो गई थी. अब मिशन 2023 में बीजेपी कोई गलती नहीं करना चाहती है.