MP Politics: 'बीजेपी कार्यालय में 400 रु प्रति कप पिलाई गई चाय', जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार पर लगाए आरोप
Madhya Pradesh: पूर्व मंत्री जीतू पटवारी एमपी सरकार पर विज्ञापन और इवेंटे के जरीये 62 अरब रुपये खर्च करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने आर्थिक स्थिति का ब्यौरा नहीं देने की बात कही.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार पर विज्ञापन और इवेंट में 62 अरब रुपये खर्च करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार ने बीजेपी कार्यालय में 400 रुपये प्रति कप की दर से चाय पिलाई है.
जीतू पटवारी ने विधानसभा में उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर आरोप लगाया है कि यह सरकार जनता के पैसे की फिजूलखर्ची कर रही है. सरकार की स्थिति कर्ज लेकर घी पीने जैसी हो गई है. चाय 10 रुपये से 100 रुपये तक की होगी, यह कल्पना की जा सकती है, मगर राज्य की शिवराज सरकार ने बीजेपी कार्यालय में चार सौ रुपये प्रति कप की दर से चाय पिलाई है.
'4 सौ रुपये प्रति कप चार का आरोप'
विधानसभा में कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने पूछा कि मुख्यमंत्री निवास पर वर्ष 2014 से दिसंबर 2018 तक आयोजित पब्लिक प्रोग्राम, पंचायत, सम्मेलन, मिलन समारोह, सामाजिक आयोजन पर कुल कितना खर्च हुआ है और कितने लोगों की उपस्थिति रही. उनके सवाल के जवाब में बताया गया कि कुल 173 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिस पर नौ करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च हुई. इसी जवाब के आधार पर जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने बीजेपी कार्यालय में चार सौ रुपये प्रति कप की दर से चाय पिलायी. इसकी पुष्टि के लिए दस्तावेज उनके पास है.
पटवारी ने आरोप लगाया कि अविश्वास प्रस्ताव में जितने भी सवाल उठाए गए, उसमें से एक का भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जवाब नहीं दिया. उन्होंने आर्थिक स्थिति का ब्यौरा नहीं दिया, न श्वेतपत्र लाने की मांग पूरी की, रोजगार को लेकर श्वेतपत्र की मांग की थी, उसे भी पूरा नहीं किया गया. पटवारी ने कहा कि इंदौर में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट को लेकर जानकारी मांगी गई थी, उसका विवरण भी नहीं दिया गया. राज्य में अपराधों का हाल किसी से छुपा नहीं है. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश अपराध की राजधानी बन चुका है.
पटवारी का कहना है कि प्रदेश की 01 लाख 85 हजार करोड़ का बजट आता है और 04 लाख करोड़ का कर्ज है, जिसमें से 50 हजार करोड़ ब्याज के तौर पर देना पड़ता है. अब तक इस सरकार ने 12 अरब रुपये के विज्ञापन दिए हैं और इवेंटों पर 50 अरब रुपये खर्च किए हैं. कुल मिलाकर 62 अरब रुपये खर्च किए गए हैं. विधानसभा में सरकार की ओर से जो जवाब दिया गया, उसमें कई स्थानों पर बीजेपी कार्यालय का उल्लेख है और इसी आधार पर पटवारी ने ये आरोप लगाए हैं.