Bhopal News: मध्य प्रदेश कांग्रेस आउटसोर्स और संविदा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है. उन्होंने आउटसोर्सिंग के मुद्दे पर सीएम शिवराज पर हमला किया है. उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में आउटसोर्स के जनक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) हैं और अब सीएम खुद ही आउटसोर्स कर्मियों का अपमान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के लगभग 10 लाख आउटसोर्स कर्मचारियों का सार्वजनिक मंच से अपमान किया है यह ठीक बात नहीं है. 


सीएम शिवराज को मांगनी चाहिए माफी: वासुदेव शर्मा
मध्य प्रदेश कांग्रेस आउटसोर्स और संविदा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा बेहद आपत्तिजनक और अस्थाई कर्मियों को अपमानित करने वाली भाषा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में आयोजित बिजली विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों के एक कार्यक्रम में अपने भाषण में प्रदेश के आउटसोर्सकर्मियों को व्यवस्था बिगाड़ने वाला अलाना सोर्स-फलाना सोर्स ढिमका सोर्स जैसी भाषा सार्वजनिक मंच से बोलकर प्रदेश के लगभग 10 लाख अस्थाई कर्मियों का अपमान किया है. इसके लिए मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए.


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सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहे आउटसोर्स कर्मी 
शर्मा ने कहा कि आउटसोर्स प्रथा के जनक शिवराजसिंह चौहान ही हैं. आउटसोर्स में कर्मचारियों को न न्यूनतम वेतन मिलता है और न ही उनकी नौकरी में सुरक्षा है. मुख्यमंत्री ने इन्हें सम्मानजनक वेतन एवं नौकरी में सुरक्षा देने की बात करने की बजाय उन्हें व्यवस्था बिगाड़ने वाला कर्मचारी बताया है. मुख्यमंत्री ने इस तरह की भाषा का उपयोग इसलिए किया क्योंकि मप्र का आउटसोर्स अस्थाई संविदा एवं ठेका कर्मचारी 18 साल से सरकार के अन्याय के खिलाफ एकजुट होने लगा है. इसी एकजुटता से भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री में सत्ता छिन जाने का डर पैदा हो गया है. मुख्यमंत्री का यह अपमानजनक बयान इसी डर की बौखलाहट है.