MP News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत के बाजार गर्म हैं. टिकट की दावेदारी से लेकर नाराजगी और दलबदल का दौर जारी है. वहीं इन सबके बीच मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक नाम की चर्चा है, और वो है नूरी खान. अब सवाल ये है कि ये नाम अचानक चर्चा में क्यों आया. तो चलिए जानते हैं हर तरफ नूरी खान के नाम की चर्चा आखिर हो क्यों रही है.
दरअसल, उज्जैन से कमलनाथ के कट्टर समर्थक कहे जाने वाले कांग्रेस नेता रवि भदौरिया का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे धार्मिक नगरी का हवाला देते हुए उज्जैन से किसी अल्पसंख्यक को टिकट नहीं देने की बात कहते नजर आ रहे हैं. हालांकि इस विवाद के बाद कांग्रेस ने रवि भदौरिया को शहर अध्यक्ष के पद से हटा दिया है, लेकिन इस पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा.
इसलिए आईं चर्चा में
वहीं भदौरिया के इस कथित ऑडियो के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष उज्जैन से दावेदार मानी जाने वाली नूरी खान सुर्खियों में हैं. क्योंकि जिस कथित ऑडियो में जिस अल्पसंख्यक नेता की बात हो रही है वह नूरी खान ही हैं. जानकारी के मुताबिक नूरी खान ने हाल ही में भोपाल जाकर कमलनाथ से मुलाकात की थी. इसके अलावा उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान अपने समर्थकों से भी कहा था कि अगर आप चाहते हैं तो ये आपकी जिम्मेदारी है. यानी उन्होंने बिना सीधे तौर पर कहे अपने समर्थकों के जरिए पार्टी को संदेश देते हुए अपनी दावेदारी पेश कर दी.
नरोत्तम मिश्रा ने दिखाई 'सहानुभूति'
उधर, बीजेपी के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तरम मिश्रा ने भी नूरी खान के प्रति 'सहानुभूति' पेश की. उन्होंने कहा, "कांग्रेस के लिए अल्पसंख्यक हमेशा से वोट का विषय रहा है. उन्होंने कभी उनके सम्मान का ध्यान रखा ही नहीं. यही उज्जैन की घटना से सामने आ रहा है. इसको लेकर बेटी हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी को बोलना चाहिए, कहीं उज्जैन में एक बेटी परेशान तो नहीं. इस तरफ भी उनका ध्यान जाना चाहिए."
ये भी पढ़ें