Ujjain News: चुनावी साल में मध्य प्रदेश और राजस्थान को रेल मार्ग से जोड़ने की महत्वपूर्ण मांग को मंजूरी मिल गई है. अब मध्य प्रदेश के उज्जैन को राजस्थान के झालावाड़ को आगर मार्ग के जरिए रेल मार्ग से जोड़ने की डीपीआर बनेगी. इसके बाद इस योजना को धरातल पर लाया जाएगा. डीपीआर के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने चार करोड़ 75 लाख रुपये की मंजूरी दे दी है.


उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि उज्जैन-आगर रेल मार्ग को शुरू किए जाने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी. उज्जैन से आगर होते हुए झालावाड़ की दूरी नए रेल मार्ग से काफी कम हो जाएगी. इस के निर्माण को के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की गई थी. अनिल फिरोजिया ने बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल लाइन को मंजूरी दे दी है. इसके लिए अभी डीपीआर बनाई जाएगी. डीपीआर के लिए सरकार ने चार करोड़ 75 लाख रुपये दे दिए हैं. 


उज्जैन से आगर के बीच चलती थी रेल
डीपीआर बनने के बाद सालों पुरानी इस मांग को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे. धार्मिक नगरी उज्जैन से आगर के बीच कई दशक पहले रेल चलती थी. नेरो गेज लाइन को धीरे-धीरे बंद कर दिया गया. उज्जैन सांसद और जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों की मांग पर एक बार फिर उज्जैन नगर के बीच रेल लाइन का सपना पूरा होता दिख रहा है.


नए रेल यातायात से होंगे यह फायदे
उज्जैन से आगर होते हुए झालावाड़ के बीच नई रेल मार्ग से आवागमन के साथ कई अन्य फायदे भी होने वाले हैं. व्यापारी विजय जैन के मुताबिक उज्जैन से आगर के लिए फिलहाल रेल मार्ग नहीं है. यह रेल मार्ग शुरू हो जाने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा मिलेगी. इसके अलावा उज्जैन से झालावाड़ के बीच दूरी भी काम हो जाएगी. अभी नागदा होते हुए झालावाड़ जाना पड़ता है. नागदा में रेल का इंजन भी बदलता है, जिसमें लगभग 30 मिनट का वक्त लगता है. इस रेल मार्ग के शुरू होने से बुनियादी सुविधाओं का विकास भी होगा. 


ऐसा माना जाता है कि जहां पर रेल यातायात विकसित होता है, उस स्थान पर तेजी से विकास होता है. रेल मार्ग बनने से स्टेशन और अन्य कई निर्माण कार्य होते हैं, जिससे रोजगार के साथ बुनियादी सुविधाओं का विकास भी तेजी से होता है. व्यापारिक सामग्री का आदान-प्रदान भी सस्ता हो जाता है. वर्तमान स्थिति में उज्जैन से आगर के बीच रेल मार्ग के जरिए आवागमन नहीं है. आगर जिले में कहीं भी रेल यातायात नहीं है.


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