MP Rain Update: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में साल 2023 में पड़ने वाली गर्मी के चार महीने किसान (Farmers) और आम जनमानस के लिए संकट भरे साबित हो सकते हैं. केंद्रीय मौसम विभाग (MET Department) के अनुसार मध्य प्रदेश के 25 जिलों में सामान्य से कम बारिश (Rain) होगी. इन 25 जिलों में इंदौर, उज्जैन और रतलाम जैसे बड़े शहर शामिल हैं, जबकि शेष 26 जिलों में भी सामान्य बारिश ही हो सकेगी.
मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के 50 प्रतिशत जिलों में इस बार सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है जबकि शेष जिलों में भी सामान्य बारिश ही दर्ज की जाएगी. मौसम विभाग ने प्रदेश में कही भी सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान नहीं जताया है. मध्य प्रदेश की सामान्य बारिश 37.3 इंच है. बारिश के चार महीने के सीजन में प्रदेश में इतनी बारिश दर्ज की जाती है. पिछले साल की बात करें तो यह आंकड़ा 37.3 से बढक़र 46 इंच तक पहुंच गया था. मध्य प्रदेश में सामान्य से नौ इंच अधिक वर्षा दर्ज की गई थी. आलम यह था कि ज्यादा बारिश की वजह से प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में भी आ गए थे.
10 साल में चार बार कम बारिश
बीते 10 वर्ष के बारिश के आंकड़ों पर गौर करें तो चार बार ऐसे संयोग बने, जब सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. साल 2013 में प्रदेश में 51.3 इंच बारिश हुई थी, जबकि 2014 में 29.9, 2015 में 32.4, 2016 में 43.1, 2017 में 29.9, 2018 में 34.3, 2019 में 53.0, 2020 में 39.0, 2021 में 37.2 और साल 2022 में 46.0 इंच बारिश दर्ज की गई थी. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक उज्जैन, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, रतलाम, नीमच, मंदसौद, नर्मदापुरम, हरदा, गवालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, भिंड, मुरैना, और श्योपुर में कम बारिश होगी. भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, रीवा, सिंगरौली, सीधी और सतना में सामान्य बारिश के आसार जताए गए हैं.
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