रायसेन: मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं. रायसेन जिले में पिछले 24 घंटे में छह इंच बारिश दर्ज की गई है. तेदुनी और नर्मदा नदी के बैक वाटर के कारण रायसेन के तीन वार्डों में पानी भर गया है. लोगों को घरों से निकाल कर राहत शिविरों में रखा गया है. इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा है कि लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के सभी बांध भर गए हैं. उन्होंने कहा कि कोशिश की जा रही है कि बांधों से पानी को नियंत्रित कर छोड़ा जाए. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की उम्मीद की है.
बारिश से रायसेन में कहां-कहां बिगड़े हालात
रायसेन में पिछले दो दिन से जारी भारी बारिश के कारण रायसेन जिले के बरेली,बेगमगंज,गैरतगंज सहित जिला मुख्यालय पर बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं. बीते 24 घंटों में जिले में साढ़े 6 इंच बारिश दर्ज की गई है. इससे जिले के सभी नदी-नाले भर गए हैं. बारना,तेदुनी और नर्मदा नदी के बैक वाटर के कारण शङर के तीन वार्ड जलमग्न हो गए हैं.इन इलाकों से कई लोगो को सुरक्षित घरों से निकाल कर राहत शिविर में रखा गया है.
रायसेन के बरेली से पिपरिया मार्ग बारिश के पानी की वजह से बंद हो गया है. तेदुनी नदी के पुल पर 6 फिट पानी बह रहा है. भारी बारिश से नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.इससे नर्मदा के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं बारना,बरगी ओर तवा डैम से एक साथ लगातार पानी छोड़े जाने से हालात बिगड़ गए हैं. बारिश की वजह से पैदा हुए हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्या अपील की है
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सोमवार से भारी बारिश हो रही है. उन्होंने मंगलवार को भी कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई है. उन्होंने बताया कि सोमवार से भोपाल, विदिशा, नर्मदापुरम्, अशोकनगर, गुना, सागर और विशेषकर नर्मदा के कैचमेंट एरिया में मण्डला, डिण्डोरी से जबलपुर, हरदा,नर्मदापुरम से लेकर सीहोर और रायसेन तक भी भारी बारिश हुई है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा है, '' भारी बारिश से प्रदेश के सभी बांध भर गए हैं. कई जगह गेट खोलने पड़े हैं. नर्मदा जी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. उन्होंने कहा कि है कि बांधों से पानी को नियंत्रित करके निकाला जा रहा है. इसलिए हमारी कोशिश यह होगी कि जब बरगी का पानी सिहोर और रायसेन जिले में पहुंचे तो तवा या बारना के गेट या तो बंद कर पानी को रोका जाएगा या कम मात्रा में पानी निकाला जाएगा.''
एसडीआरएफ की टीमें रवाना की गईं
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब नर्मदा और अन्य नदियों का पानी बांध से निकालना पड़ेगा तो कुछ गांवों में बाढ़ जैसे हालात बनेंगे. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.उन्होंने बताया कि जहां पानी ज्यादा होने की संभावना है, वहां एसडीआरआएफ की टीमें भेज दी गई हैं.मुख्यमंत्री ने लोगों से प्रशासन की बात मानने और उसका सहयोग करने की अपील की है.
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