Madhya Pradesh News: प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में सभी त्योहारों को एक दिन पहले ही मनाया जाता है. इसी कड़ी में नवरात्रि की नवमी पर भगवान महाकालेश्वर ने श्री राम के रूप में दर्शन देकर दशहरे का आगाज कर दिया है. भगवान के इस अद्भुत दर्शन को निहार कर भक्त भी धन्य हो गए. महाकालेश्वर मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में होने वाली भस्म आरती विश्व भर के शिव भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहती है. नवरात्रि की नवमी पर महाकालेश्वर मंदिर में भगवान की भव्य भस्म आरती हुई. 


वहीं महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी राम गुरु ने बताया कि, सोमवार को भगवान महाकाल का मावे से अद्भुत श्रंगार किया गया था. भगवान महाकाल के मस्तक पर श्री राम भी लिखा गया. भगवान ने श्री राम के रूप में भक्तों को दर्शन दिए. महाकालेश्वर मंदिर में सभी त्योहार धूमधाम के साथ मनाए जाते हैं. इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि मंदिर में एक दिन पहले ही त्योहारों की शुरुआत हो जाती है. भगवान महाकाल को तीनों लोकों का स्वामी माना जाता है, इसलिए सबसे पहले राजाधिराज महाकालेश्वर के दरबार में पर्व का शुभारंभ होता है. इसके बाद उसे देशभर में मनाया जाता है.


सभी देवताओं का रूप धरते हैं महाकाल


महाकालेश्वर मंदिर में सभी पर्व पर भगवान महाकाल अलग-अलग रूपों में दर्शन देते हैं. जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान महाकाल श्री कृष्ण के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं, जबकि हनुमान अष्टमी पर उन्हें हनुमान रूप में श्रृंगारित किया जाता है. दशहरा पर्व पर भगवान श्री राम के रूप में भी भक्तों को दर्शन देते हैं. यह अनूठी परंपरा केवल द्वादश ज्योतिर्लिंगों में महाकालेश्वर मंदिर में ही देखने को मिलती है.


मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के दर्शन


भस्म आरती में शामिल होने आई अरुणा सिंह ने बताया कि, भगवान महाकाल का मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के रूप में दर्शन करके वह धन्य हो गई. भगवान महाकाल का भांग, मावा, काजू, बादाम, किशमिश, इलायची, फल, फूल आदि से श्रृंगार किया गया था. एक अन्य श्रद्धालु रामेश्वर चौधरी ने बताया कि, महाकालेश्वर मंदिर में भगवान श्री राम और शिव के साक्षात दर्शन हो गए. इस अद्भुत पल के वे साक्षी बने.



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