MP Politics: 'आदिपुरुष' देखने के बाद एमपी के मंत्री के बेटे ने किया फिल्म का विरोध, PM मोदी और CM शिवराज से की यह मांग
MP News: आकाश सिंह राजपूत अपने परिवार और समर्थकों के साथ फिल्म देखने बाइक से गए थे. फिल्म देखकर उन्होंने उसकी निंदा की. उन्होंने कहा कि फिल्म सनातन धर्म और प्रभु श्रीराम के चरित्र के साथ खिलवाड़ है.
Sagar News: ओम राउत द्वारा निर्देशित फिल्म 'आदिपुरुष' के रिलीज (Release of Adipurush) के साथ इसके कुछ दृश्यों को सनातन संस्कृति के विपरीत के आरोप में विरोध शुरू हो गया है. कहा जा रहा है कि यह फिल्म रामायण से प्रेरित है. फिल्म को देखने के बाद लोगो में इसके कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई है. मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत (Govind Singh Rajpoot) के बेटे आकाश राजपूत ने समर्थकों के साथ फिल्म देखी. फिल्म देखने के बाद इसके कुछ दृश्यों को हिंदू संस्कृति के खिलाफ बताते हुए नारेबाजी की और फिल्म पर रोक लगाने की मांग की.आकाश खुद एक फिल्म एक्टर हैं.वे कुछ फिल्मों और वेवसीरीज में काम कर चुके हैं.
परिवार और साथियों के साथ गए थे फिल्म देखने
आकाश सिंह राजपूत अपने परिवार और क्षेत्रवासियों के साथ बड़े हर्ष उल्लास के साथ फिल्म देखने बाइक से गए थे. फिल्म देखकर निकलने के बाद उन्होंने फिल्म की घोर निंदा की. उन्होंने कहा कि यह फिल्म सनातन धर्म और आराध्य प्रभु श्रीराम के चरित्र के साथ खिलवाड़ है. इस फिल्म में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के चरित्र को बहुत ही कमजोर दिखाया गया है. पिक्चर में जानकी माता के वस्त्रों को लेकर भी ध्यान नहीं रखा गया है.रावण जो रामायण के अनुसार अधर्म पर चलने वाला था, उसका महिमा मंडन प्रभु श्रीराम राघव से भी अधिक किया गया है.उन्होंने कहा कि यह फिल्म हमारे बच्चों, युवाओं और समाज पर अच्छा प्रभाव नहीं डालेगी.उन्होंने कहा कि रामायण के नाम पर इस फिल्म में हमारे आराध्य का मजाक उड़ाया गया है. इसे किसी भी हाल में बरदास्त नहीं किया जाएगा.उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर इस तरह की फिल्में बंद होनी चाहिए. आकाश राजपूत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील की कि इस फिल्म पर तुरंत पाबंदी लगाई जाए.
फिल्म को सनातन धर्म पर प्रहार बताया
आकाश सिंह राजपूत ने कहा कि यह फिल्म हमारे धर्म और आस्था पर प्रहार है. उन्होंने युवाओं से इस फिल्म का बायकॉट करने की अपील की. उन्होंने कहा कि खासतौर से बच्चों को ऐसी पिक्चर से दूर रखा जाए. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से फिल्म का बायकॉट करें ताकि ऐसे फिल्म निर्माताओं के लिए भी मैसेज जाए कि हिंदुस्तान में हमारे धर्म, संस्कृति का कुप्रचार करने वाली फिल्मों का हिन्दुस्तान की जनता मुंहतोड़ जबाव देती है.
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