MP Advocate Tapasya: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) में एक वकील (Advocate) भीषण गर्मी में अंगारों के बीच बैठकर तपस्या (Tapasya) कर रहे हैं जिन्हें देखकर हर कोई हैरान है. रीवा में इस समय झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है और पेशे से जिला न्यायालय के वकील दीपक तिवारी रीवा शहर स्थित सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल लक्ष्मणबाग संस्थान के परिसर की खाली जगह पर चारों तरफ लकड़ियां जलाकर बीच में बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि वह कठिन तपस्या विश्व कल्याण के लिए कर रहे हैं.
वकील दीपक तिवारी (Deepak Tiwari) ने बताया कि दुनियाभर में संकट चल रहा है. कहीं कोरोना (Coronavirus) की समस्या है तो कहीं युद्ध (War) चल रहा है. इसे खत्म करने के लिए वह तपस्या कर रहे हैं. उनकी यह तपस्या 25 मई से शुरू हुई जो 2 जून तक चलेगी. वकील की तपस्या इन दिनों शहर में काफी चर्चित है और सोशल मीडिया (Social Media) पर भी इसकी काफी चर्चा हो रही है.
''भगवान और गुरू के आशीर्वाद से मिली प्रेरणा''
तपस्या करने वाले वकील दीपक तिवारी ने मीडिया से कहा, ''मुझे यह प्रेरणा भगवान और गुरू के आशीर्वाद से मिली है. इसे 'पंचअग्नि साधना' कहते हैं जिसका एक भाग नौतपा में होता है और दूसरा भाग माघ महीने की कड़कड़ाती ठण्ड में होता है. यह साधना मैं विश्व कल्याण के लिए कर रहा हूं. चारों तरफ संकट है. कहीं कोरोना का संकट तो कहीं युद्ध चल रहा है. शान्ति की कामना से यह साधना की जा रही है. जब हम ईश्वर में लीन हो जाते हैं तो हमें गर्मी धूप का कुछ पता ही नहीं चलता.''
तस्वीरों में वकील के चारों ओर लकड़ियां जलती दिखाई दे रही हैं जो अंगारों की तरह दहक रही हैं और इन दहकते अंगारों के बीच वकील बैठकर अपनी साधना में लीन दिखाई देते हैं. मौके पर एक पोस्टर भी चस्पा किया गया है जिसमें वकील संघ के अध्यक्ष की अपील और फोटो नजर आती हैं.
वकील की प्राचीन तरीके से तपस्या कर रही लोगों को आकर्षित
वकील मंदिर के एक कोने में धूनी रमाकर भगवान की साधना में लीन होकर संवाद करते हैं. तपस्या कर रहे वकील के मुताबिक हर रोज दोपहर 12 से 3 बजे तक वह तपस्या करते हैं.
शहर के लगभग 44 डिग्री तापमान में जलते हुए अंगारों के बीच बैठकर कठिन तपस्या कर रहे वकील लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. जिस जगह वह तपस्या करते हैं, उसे प्राचीन समय की तपोस्थली बताया जा रहा है. कुछ लोग वकील को तपस्वी मानकर दर्शन करने भी पहुंच रहे हैं.