: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से उज्जैन संभाग की नदियां उफान पर थी. अब नदियों का जलस्तर वापस नीचे आ गया है. नदियां अपने सामान्य रूप की ओर लौट रही है. इस दौरान फूलों से भी पानी उतर गया है, जिसके कारण अवरुद्ध मार्ग खुल गया है. 


इंदौर और उज्जैन संभाग में लगातार हो रही बारिश की वजह से उज्जैन संभाग की सभी नदियां उफान पर थी. चंबल, शिप्रा, गंभीर, चामला, सिवाना, काली सिंध, चिल्लर सहित सभी नदियां अपने खतरों के निशान से ऊपर बह रही थी. अब पिछले 12 घंटे से बारिश का दौर थम चुका है, जिसके बाद नदी अपने फिर सरल और सहज रूप में लौट रही है. नदी का रोद्र रूप धीरे-धीरे खत्म हो गया है. यदि उज्जैन की बात की जाए तो शिप्रा नदी, गंभीर नदी अपने स्वरूप में लौट गई है.


उज्जैन से बड़नगर, बदनावर होते हुए गुजरात की ओर जाने वाला मार्ग चालू हो गया है. इसके अलावा मंदसौर की सिवना नदी भी अपने पुराने स्वरूप में लौट रही है. शाजापुर की काली सिंध नदी और चिल्लर की बाढ़ भी लगभग समाप्त हो चुकी है. दूसरी तरफ देवास जिले में बहने वाली नर्मदा नदी भी धीरे-धीरे अपने पुराने स्वरूप में आ रही है. हालांकि अभी भी नर्मदा का जलस्तर थोड़ बढ़ा हुआ है. नर्मदा का जल भी आगामी कुछ घंटे में उतरने की पूरी संभावना है. इन जिलों के अतिरिक्त रतलाम, नीमच, आगर मालवा की नदियां भी बाढ़ के निशान से नीचे उतर गई है.


मौसम विभाग की ओर से मिले राहत के संकेत


मौसम विभाग ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि आप बारिश का दौर थम जाएगा. अब मूसलाधार बारिश होने की संभावना खत्म हो गई है. मौसम विभाग के संकट से लोगों ने राहत की सांस ली है. त्योहारों का मौसम होने की वजह से तेज बारिश के कारण लोग घरों में कैद हो गए थे. मौसम विभाग की जानकारी के बाद ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घंटे में जल स्तर और भी नीचे उतर जाएगा. 


पिछले कुछ घंटे में कहां कितनी हुई बारिश


मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक रतलाम में 40 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जबकि धार में 18, उज्जैन में 14, इंदौर में 7, गुना में 6, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, शिवपुरी में दो मिलीमीटर के आसपास बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा पंचमढ़ी, बैतूल, भोपाल, ग्वालियर, नयागांव में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है.