Dr. Gaur Central University, Sagar To Start New Engineering And Management Courses: डॉक्टर हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर (Dr. Hari Singh Gaur Central University, Sagar) में अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी शुरू होगी. साथ ही ‘हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट’ और ‘ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट’ पाठ्यक्रम भी शुरू किये जाएंगे. ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार (Ministry Of Education, Government Of India) ने विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू करने की मंजूरी दे दी है. अब आगे की योजना पर विचार चल रहा है कि किस प्रकार एडमिशन प्रॉसेस शुरू हो और प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए.


एडमिशन के लिए बन रही है योजना -


यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में नए स्वीकृत पाठ्यक्रमों को लेकर एक बैठक संपन्न हुई. इसमें उन्होंने इंजीनियरिंग के दो नए पाठ्यक्रमों ‘कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग’ में एडमिशन दिए जाने की कार्ययोजना तैयार करने संबंधी दिशा निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने मैनेजमेंट के दो नए पीजी पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश दिए जाने की भी रूपरेखा तैयार करने को कहा.


इंजीनियरिंग के और कोर्सेज की होगी शुरुआत –


कुलपति ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय में ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग’ का सृजन किया जा चुका है. अभी इंजीनियरिंग के दो पाठ्यक्रमों से शुरुआत हो रही है. भविष्य में इंजीनियरिंग की अन्य शाखाओं के पाठ्यक्रम भी शुरू किये जायेंगे.


स्टूडेंट्स की लिए फायदेमंद होंगे ये कोर्स –


कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि विश्वविद्यालय को इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के चार नए पाठ्यक्रम संचालित करने की स्वीकृति मिली है. कोरोना काल ने हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट की आवश्यकता महसूस कराई. विश्वविद्यालय में पहली बार इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम शुरू किये जा रहे हैं. रोजगार की दृष्टि से यह चारों ही पाठ्यक्रम महत्त्वपूर्ण हैं जो विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होंगे.


मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग कोर्स के लिए इतनी सीटें हुईं मंजूर –


बैठक में विवि के प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. भागवत ने बताया कि मैनेजमेंट के दोनों नए पीजी पाठ्यक्रमों में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है. आगामी अकादमिक सत्र से प्रवेश दिए जाने संबंधी आवश्यक तैयारी की जा रही है. ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग’ के प्रभारी निदेशक प्रो. आशीष वर्मा ने बताया कि इंजीनियरिंग के दोनों यूजी पाठ्यक्रमों में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है जिसमें प्रवेश दिए जाने संबंधी आवश्यक तैयारी की जा रही है. बैठक में कुलसचिव संतोष सोहगौरा, निदेशक अकादमिक अफेयर्स प्रो. नवीन कानगो एवं प्रभारी मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल उपस्थित रहे.


यह भी पढ़ें:


CBSE Re-evaluation 2022: सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट के रीइवैल्युएशन के लिए आज से शुरू हुए आवेदन, जानें – स्टेप बाय स्टेप प्रॉसेस 


Delhi NCWEB Admission 2022: दिल्ली एनसीवेब में एडमिशन के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख आगे बढ़ी, यहां देखें नई लास्ट डेट