MP News: वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति में संस्कारों का बड़ा महत्व है. इसलिए संस्कारों के प्रति हमेशा सजग रहना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि सनातन संस्कृति के वैज्ञानिक पहलू भी हैं. पूर्व मंत्री ने मौजूदा दौर में सनातन संस्कृति के प्रति लापरवाही पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि सनानत संस्कृति को अपनाने की जरूरत है. विधायक गोपाल भार्गव धार्मिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
बता दें कि सागर जिले की रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा में गोपाल भार्गव आवासीय श्री गणेश संस्कृत महाविद्यालय का संचालन कर रहे हैं. महाविद्यालय में धार्मिक शिक्षा, वेद पुराण की पढ़ाई और हिंदू संस्कार, कर्मकांड भी सिखाए पढ़ाए जाते हैं. आज गुरुवार को संस्कृत महाविद्यालय में 101 बटुकों का "दीक्षा, उपनयन और यज्ञोपवीत संस्कार समारोह" आयोजित किया गया.
समारोह में गोपाल भार्गव ने अपने नाती आशुतोष का मुंडन, उपनयन और दीक्षा संस्कार कराया. गोपाल भार्गव बेटे अभिषेक भार्गव की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के तहत कराकर मिसाल कायम कर चुके हैं.
धार्मिक कार्यक्रम में परिवार के साथ शामिल हुए विधायक गोपाल भार्गव
गढ़ाकोटा के पीपलघाट स्थित श्री गणेश संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले बटुक ब्राह्मणों का दीक्षा समारोह जगदीश शाला मंदिर पटेरिया में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में बटुक के माता पिता और परिजन पूरे उत्साह से शामिल हुए. बटुक ब्राह्मणों का उपनयन संस्कार कराकर कर्मकांडी बनाया गया. आयोजन में महामंडलेश्वर हरिदास महाराज, महंत कमलापथ दास, ब्रजेश महाराज, डॉ प्रमोद शास्त्री, डॉक्टर देवेंद्र गुरु, बालमुकुंद शास्त्री, भगवत शास्त्री, पं. श्रीराम भार्गव, कुश भार्गव, मनोज तिवारी, शिवदत्त शुक्ला शामिल हुए. जगदीश शाला मंदिर में सुबह से माहौल धार्मिक था.
(रिपोर्ट- विनोद आर्य)
14 जुलाई को इंदौर बनाएगा रिकॉर्ड, 51 लाख पौधारोपण अभियान में शामिल होंगे गृहमंत्री अमित शाह