Omicron Outbreak: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के मद्देनजर बच्चाें की सुरक्षा को देखते हुए मध्य प्रदेश के स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने तय किया है कि इस साल भी पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी. छात्रों का पिछले साल की तरह इंटरनल असेसमेंट(आन्तरिक परीक्षा) के आधार पर ही मूल्यांकन होगा और इसी के आधार पर रिजल्ट जारी किया जाएगा. हालांकि कोरोना की स्थिति सामान्य रही तो प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा तक की परीक्षाएं मार्च में आयोजित की जाएंगी. इसके लिए जल्द ही परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि कोरोना के कारण वर्ष 2019 में पांचवीं और आठवीं में बोर्ड परीक्षाएं निरस्त कर दी गई थीं.  वहीं सभी बच्चों को जनरल प्रमोशन दे दिया गया था. इसके बाद वर्ष 2020 में वर्कशीट के आधार पर मूल्यांकन करके रिजल्ट तैयार किया गया था.


 2009 में बोर्ड परीक्षाओं काे कर दिया गया था खत्म


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश में 2009 में बोर्ड परीक्षा को समाप्त कर दिया गया था. वहीं दो साल पहले प्रदेश में फिर एक बार बोर्ड पैटर्न को लागू किया गया था लेकिन कोरोना के चलते पिछले दो सालों से प्रदेश के स्कूलों में यह लागू नहीं हो पा रहा है. वहीं इस वर्ष भी पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी. बता दें कि प्रदेश में पूरी क्षमता के साथ स्कूल खोले गए थे, लेकिन ऑमिक्रोन वैरिएंट के सामने आने के बाद इसे 50 फीसदी क्षमता तक कर दिया गया.


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