देशभर में आजकल 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम जोरों-शोरों से चल रहा है. अधिकतर राज्यों में इस मुहिम को सफल बनाने की जिम्मेदारी स्कूलों को और संबंधित अधिकारियों को दी गई है. हर राज्य का शिक्षा विभाग भी मुस्तैद दिख रहा है. इसी क्रम में मध्य प्रदेश के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने स्टूडेंट्स की सहूलियत को देखते हुए कहा है कि उन्हें कोई भी रेग्यूलर आईडी दिखाने पर वैक्सीन की डोज लगाई जाएगी. ये स्कूल की आईडी से लेकर आधार कार्ड तक कोई भी आईडी हो सकती है. इसके साथ ही स्टूडेंट्स को टीका लगवाने के लिए स्लॉट बुकिंग की जरूरत नहीं होगी और स्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा. यानी अपनी आईडी लेकर जाएं और तुरंत वैक्सीन लगवा लें.
क्या कहना है डीईओ भोपाल का –
इस बारे में स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट के डीईओ नितिन त्रिपाठी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां कर ली गई हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने अपने स्टाफ को निर्देश दे दिए हैं कि जो भी स्टूडेंट सेंटर पर आए उसे वैक्सीन लगाएं. हमारे 132 सरकारी स्कूलों ने इस बाबत तैयारियां कर ली हैं.’
प्राइवेट स्कूलों के संबंध में उन्होंने आगे कहा कि, कई स्कूलों ने उनसे वैक्सीनेशन के लिए संपर्क किया है और इस बाबत तैयारियां पूरी हैं. स्टूडेंट्स के पहुंचने पर उन्हें वैक्सीन लगायी जाएगी.
नहीं करानी होगी स्लॉट बुकिंग –
यही नहीं उन्होंने ये भी साफ किया कि वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुकिंग जैसी कोई समस्या आड़े नहीं आएगी. स्टूडेंट्स का ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा और को भी रेग्यूलर आईडी दिखाने पर उन्हें वैक्सीन लगायी जाएगी.
हालांकि एक समस्या ये है कि स्कूल से ड्रॉप-आउट स्टूडेंट्स को कैसे वैक्सीन लगाई जाए. क्लास 10वीं के करीब 22 प्रतिशत स्टूडेंट्स स्कूल छोड़ चुके हैं. ये काम ठीक से हो इसके लिए क्लस्टर स्कूल प्रिंसिपल्स को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है. उनकी जिम्मेदारी होगी की वैक्सीनेशन वाले दिन स्टूडेंट्स की अटेंडेंस 100 प्रतिशत हो.
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