MP News: सीहोर में सालों से कर रहे पुल बनाने की मांग, अब जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर लोग
सीहोर जिले में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. नदी नाले उफान पर है इससे लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ रहा है.
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मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. नदी नाले उफान पर है. अब बारिश आफत भी बनती जा रही है. कई जिलों में नदी नाले उफान पर होने से आदिवासी क्षेत्र के लोग जान जोखिम में डालकर नदी नाले पार कर रहे हैं. सीहोर जिले के ग्राम कालियादेव के सीप नदी तेज बहाव में बह रही है. बालूपाट के आदिवासी लोग नदी जानजोखिम में डालकर पार कर रहे हैं.
नदी में पुल न होने से आदिवासी लोगों का आवागमन बाधित हो रहा है. आलम यह है कि नौनिहाल बच्चों को कंधे पर बैठाकर एंव बुजुर्गों को लकड़ी के सहारे निकला जाता है. वर्षों से यह समस्या होने के बाद भी अब तक इस ओर कोई पहल नहीं हो सकी है. संबंधित स्थान पर पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण महेश बारेला पहले भी विरोध प्रदर्शन करते हुए मतदान का बहिष्कार तक कर चुके हैं. लेकिन समस्या अब भी जस की तस है.
आदिवासी लोगों ने लगाये ये आरोप
आदिवासी लोगों को स्वास्थ्य सेवा जैसी मूलभूत सुविधा के लिए भी परेशान होना पड़ता है. अचानक कोई गंभीर बीमार हो जाए तो नदी पार करके सफर तय करना पड़ता है. आवश्यक रोजमर्रा की वस्तुओं के साथ उच्च शिक्षा के लिए बच्चों व ग्रामीणों को नदी पार करना पड़ रहा है. यमुना प्रसाद उइके, अर्जुन इनवाती, देवेंद्र उइके, बलराम सिंह धुर्वे ने बताया कि बीते कई सालों से सीप नदी पर पुल बनाने की मांग करते आ रहे है. लोगों ने आरोप लगाया कि हमारे क्षेत्र के भाजपा विधायक करणसिंह वर्मा और न ही सांसद ने आज तक सुध ली. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला होने के बाद भी हम आदिवासी लोग आज भी पुल के लिए तरस रहे हैं.
यह नदी हर साल ग्रामीणजनों के लिए चिंता का विषय बनी रहती है. कई बार लोगों को कई दिनों घरों में कैद होकर रहना पड़ता है. पुलिया पर बड़ा पुल बनाने की मांग आदिवासी लोग बीते दो दशक से कर रहे हैं. लेकिन शासन ग्रामीणों की इस महत्वपूर्ण मांग को नजर अंदाज करता आ रहा है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना हर साल करना पड़ता है. इस समय नदी मे पानी का बहाव तेज आने पर खतरा और बढ़ गया है. ग्रामीण दुलीचंद बारेला ने बताया कि जब किसी महिला को डिलीवरी या बीमारी की अवस्था में हमें इसी नदी को पार करते हुए खटिया के सहारे ले जाना पड़ता है.
इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव का कहना है कि यह मामला संज्ञान में आया है. शासन को पत्र लिखकर जो भी नियम अनुसार होगा पुल पुलिया बनाई जाएगी फिलहाल नदी ना पार करें इसको लेकर ग्रामीणों को समझाइश दी जाएगी.
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