Sehore News: तीसरी लहर और ओमिक्रोन के खतरे से निपटने को तैयार है सीहोर, यहां जानें स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम
तीसरी लहर से लोगों काे बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं, इसके लिए अस्थायी अस्पतालाें की भी व्यवस्था की जा रही है. यहां जानें क्या हैं सीहोर में तैयारियां.
Sehore News: कोरोना वायरस और खासतौर से ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों में तेजी ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी दी है. तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने को कहा है. जिसके तहत राज्य में अस्थायी अस्पताल तैयार करने और हर जिले में कंट्रोल रूम भी बनाने की बात कही गई है. कोरोना की दूसरी लहर से देश अभी उबर नहीं पाया था कि तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. हालांकि अभी ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं, हालांकि सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. तमाम तरह की पाबंदियां जो फिलहाल जरूरी है वे लगाई जा रही हैं, हालांकि उनका असर उतना अभी दिखाई नहीं दे रहा है.
पिछली बार कोरोना संकट इतना अधिक था कि स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थीं. यही कारण था कि प्रदेश सरकार ने फैसला लिया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले नागरिक अस्पताल में आक्सीजन प्लांट शुरू किये जाएंगे. जिसके चलते जिलेभर में बने बुधनी रेहटी नसरुल्लागंज आष्टा सीहोर में आक्सीजन प्लांट शुरू है. इस संबंध में सिविल सर्जन डा. अशोक मांझी ने बताया कि आने वाले समय में यदि कोरोना को लेकर किसी भी तरह की स्थिति बनती है तो उसके लिए हमारी तैयारियां पूरी हैं.
फाइवर आइसीयू भी तैयार
जिला अस्पताल में बनकर तैयार फाइवर आइसीयू को करोड़ों की लागत से तैयार किया गया है. जिसमें प्रबंधन ने कचरा भरा हुआ था. ट्रायल से पहले इसमें से कचरा निकाला गया. इसके बाद इसमें प्रबंधन ने फोटो लिए. प्रबंधन को ट्रायल और तैयारी संबंधी जानकारी की रिपोर्ट अपने उच्च अधिकारियों को भी सौंपनी है. फाइवर आइसीयू में 50 लोगों को भर्ती किया जा सकता है.
बच्चों पर संक्रमण का खतरा
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक संक्रमण की चेतावनी पहले ही दी जा चुकी है. कई राज्यों में अब स्कूल खुल चुके हैं. बच्चों को अभी तक वैक्सीन भी नहीं लगी है ऐसे में बच्चों की सुरक्षा अहम है. स्वास्थ्य महानिदेशालय ने प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र व अस्पतालों में तैयारियों की जांच करने को कहा है. तैयारी को लेकर बच्चों के लिए भी एक विशेष यूनिट बनाई गई है. इसको भी तैयार किया गया. इसके अलावा अन्य उपकरण भी जांचे गए.
सीएमएचओ सुधीर डेरिया ने बताया कि जिले भर में 500 से अधिक बेड के कोविड-सेंटर आईसीयू तैयार हैं. उपकरण के साथ एक माह की एडवांस में दवाई सारी उपलब्ध है. आक्सीजन भी भरपूर है.
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