MP BJP News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले जनता का ध्यान अपनी ओर केंद्रित करने के लिए बीजेपी सरकार ने 5 से 25 फरवरी तक विकास यात्रा का आयोजन किया था. यही विकास यात्रा एमपी के कई विधायकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है. सरकार की इस विकास यात्रा ने ऐसी ही टेंशन मध्य प्रदेश के सबसे सीनियर विधायक और प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को दे दी है. सीनियर विधायक करण सिंह वर्मा को क्षेत्र में निकाली गई विकास यात्रा के दौरान कई जगह विरोध का सामना करना पड़ा. 


विकास यात्रा के दौरान हुए विरोध ने मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता करण सिंह वर्मा के सात बार के विधायक कार्यकाल पर भी सवाल उठा दिए हैं. इस विरोध से यह साबित हो गया है कि इछावर विधानसभा क्षेत्र में लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं. इसके अलावा, प्रदेश में 23 विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों को विकास यात्रा के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा है. 


महिलाओं ने घेर ली थी यात्रा
विधायक करण सिंह वर्मा जब विकास यात्रा लेकर ग्राम ब्रिजिशनगर पहुंचे तो यहां यात्रा के सामने गांव की महिलाएं आ गई थीं. महिलाएं विकास यात्रा के सामने ही रोड पर बैठ गई थीं और जमकर हंगामा किया था. महिलाओं का आरोप था कि सड़क-पानी जैसी मूलभूत समस्याओं के लिए हम जूझ रहे हैं. इस दौरान जब अधिकारियों ने ग्रामीणों से सामने से उठने को कहा तो ग्रामीण समस्या का समाधान को लेकर अड़े रहे. इसी तरह गुराड़ी के पास भी विधायक करण सिंह वर्मा को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था.


विधायकों के टिकट पर संकट
बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी द्वारा विधायकों का रिपोर्ट कार्ड देखने के उद्देश्य से पांच फरवरी से 25 फरवरी तक विकास यात्रा निकाली थी. इस यात्रा को कई जगह तारीफ तो कई जगह विरोध का सामना भी करना पड़ा. मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार की विकास यात्रा को करीब 23 जगह विरोध का सामना करना पड़ा था. एमपी के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने भी भोपाल में पत्रकार वार्ता आयोजित कर आठ उदाहरण प्रस्तुत कर विकास यात्रा का विरोध दर्शाया था, जबकि विकास यात्रा का संपूर्ण प्रदेश में 23 स्थानों पर विरोध हुआ है. विकास यात्रा के विरोध के बाद इन 23 विधायकों के टिकट पर भी अब संकट मंडराता नजर आ रहा है.


विकास यात्रा की पोल खोलते उदाहरण
1. उमरिया में आदिवासी महिलाओं ने खाली डिब्बे लेकर विकास यात्रा का विरोध किया.
2. सीधी जिले में विकास यात्रा को गांव में नहीं घुसने दिया. विकास यात्रा के दौरान अपनी समस्याएं बताने वाले लोगों पर लाठी चार्ज किया गया.
3. ब्यावरा में विकास यात्रा के समय लाइट नहीं थी. ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री बद्री लाल यादव को भगा ही दिया.
4. छतरपुर में विकास यात्रा की पोल खोलने के लिए मंजू अग्रवाल को गधे पर बैठकर आना पड़ा. मंजू अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की भ्रष्ट सरकार जनता को गधा समझती है. इसलिए उन्हें  गधे पर आना पड़ा.
5. कैसी विडंबना है कि सिवनी जिले में विकास यात्रा में बच्चों से महात्मा गांधी के खिलाफ  कविता पाठ करवाया गया और सभा में मौजूद भाजपा नेता हंसते रहे.
6. निवाड़ी जिले में विकास यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए अश्लील नृत्य करवाए गए.
7. मध्यप्रदेश सरकार के कुछ मंत्री एवं विधायक विकास यात्रा में जनता को धमकाते हुए एवं गाली गलौज करते हुए नजर आए.
8. इसके अलावा दर्जनों और भी वीडियो प्रदेश की जनता ने देखे है. 
9. देवास जिले में भी विधायक गायत्री राजे, मनोज चौधरी और पहाड़ सिंह कन्नौजे को विरोध का सामना करना पड़ा.
10. खंडवा जिले में विधायक देवेन्द्र वर्मा को भी नाराजगी का सामना करना पड़ा.
11. वन मंत्री विजय शाह विकास यात्रा के दौरान एक युवक पर भडक़ गए थे.
12. पंधाना विधायक राम डांगोरे को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. 
13. विधायक धमेन्द्र सिंह को जब घेर लिया था लोगों ने.
14. मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल के काफिले पर पथराव.
15. मनगवां विधायक पंचूलाल प्रजापति को दिखाए काले झंडे.
16. विधायक मनीष सिंह को चत्रौड़ी में घेरा ग्रामीणों ने.
17. जयसिंहनगर में भाजपा विधायक जयसिंह मरावी हुए ग्रामीणों के गुस्से का शिकार.
18. जब आगबबूला हुए भाजपा के पूर्व विधायक वेलसिंह भूरिया.
19. मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव को लगा दी किरमिच.
20. चंदेरी विधानसभा में जिपं. अध्यक्ष से छीन लिया माइक.
21. मंत्री मीना सिंह का ग्रामीणों ने किया विरोध.


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