भोपाल: देश में निकल रही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) की तर्ज पर ही मध्य प्रदेश में सरकार की विकास यात्रा (Vikas Yatra) निकलने जा रही है. यात्रा की शुरुआत 1 फरवरी से होगी जो 15 फरवरी तक चलेगी. इन यात्राओं के बहाने भाजपा की सरकार विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) से 10 महीने पहले ही प्रदेश की हर गली, हर सड़क को नाप देगी. विकास यात्रा की जिम्मेदारी एमपी के कलेक्टरों को भी सौंपी गई है. यात्रा की खास बात यह रहेगी कि यात्रा की शुरुआत सूर्योदय से होगी और यात्रा का समापन सूर्यास्त पर होगा.


मंत्री से लेकर सीएम तक सब होंगे शामिल
जानकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार 1 से लेकर 15 फरवरी तक प्रदेश में विकास यात्रा निकालने जा रही है. विकास यात्रा की जिम्मेदारी मप्र के कलेक्टरों को भी दी गई है. कलेक्टरों को यह बताना होगा कि यात्रा कितने किलोमीटर, कितने गांव और कितने वार्ड तक पहुंची. हर जिले में वार्ड और गांव स्तर तक लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारंभों का कार्यक्रम बनेगा. मध्य प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा निकाली जाने वाली इस विकास यात्रा में मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक भी शामिल होंगे. विकास यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधियों की आम सभाओं का भी आयोजन कराया जाएगा. आमसभा के माध्यम से भाजपा के जनप्रतिनिधि सरकार की योजनाओं से आम जनों को अवगत कराएंगे.


कलेक्टर तैयार करेंगे पूरी यात्रा का रोडमैप
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा निकाली जा रही विकास यात्रा की जिम्मेदारी प्रदेश के कलेक्टरों को सौंपी गई है. कलेक्टरों को विकास यात्रा का रोडमैप तैयार करके देना होगा. कलेक्टरों को अपने जिले में पहले गांव और पहले वार्ड से अंतिम वार्ड और गांव तक की रिपोर्ट देना होगी. विकास यात्रा के दौरान लोकार्पण और अन्य कार्यक्रमों की सूची पहले से ही तैयार रहेगी. विकास यात्रा के दौरान विभागीय मंत्री यात्राओं में निरीक्षण करेंगे. प्रभारी भी जिलों में उतरेंगे. यात्रा के दौरान जनता की समस्याएं सुनकर उनका समाधान किया जाएगा. राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं का प्रचार प्रसार भी यात्रा के दौरान किया जाएगा.


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