MP Solar Power Plant: मध्य प्रदेश का सोलर पावर प्लांट अंतरराष्ट्रीय अवार्ड की दौड़ में शामिल, जानें क्या है इसकी खासियत?
पश्चिम मध्य रेल के बिना रेलवे स्टेशन के समीप बने सोलर पावर प्लांट को अंतरराष्ट्रीय सस्टेनेबल रेलवे अवॉर्ड की दौड़ में शामिल किया गया है.जानें क्या है इसकी खासियत?
Solar Power Plant: पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा (GREEN ENERGY) के बेहतर उपयोग पर भारतीय रेलवे (INDIAN RAILWAY) को अन्तराष्ट्रीय पुरष्कार मिल सकता है. पश्चिम मध्य रेल (WCR) के बिना रेलवे स्टेशन के समीप बने सोलर पावर प्लांट को अंतरराष्ट्रीय सस्टेनेबल रेलवे अवॉर्ड की दौड़ में शामिल किया गया है. पश्चिम मध्य रेल के सीपीआरओ राहुल जयपुरियार के मुताबिक बिना सोलर प्लांट और उससे संबंधित मिशन विद्युतीकरण को प्रमुख वैश्विक पुरस्कारों की दौड़ में शामिल कर लिया गया है. यह पश्चिम मध्य रेलवे के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारतीय रेल के लिए गौरव की बात है.
सौर ऊर्जा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिया जा रहा बढ़ावा
आज के समय में पर्यावरण संरक्षण में सौर ऊर्जा की उपयोगिता सबसे ज्यादा है.पर्यावरण के अनुकूल वातावरण के लिए सौर ऊर्जा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी बढ़ावा दिया जा रहा है. ग्रीन सोलर एनर्जी को अपना कर भारतीय रेलवे में भी पर्यावरण संरक्षण के लिए सराहनीय कदम उठाए जा रहे हैं. ग्रीन सोलर एनर्जी के लिए पश्चिम मध्य रेल में भी अनेक कार्य किये जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि विभिन्न देशों की रेलवे से जुड़ी पेरिस स्थित यूआईसी यानी "इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे" एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था है,जो सस्टेनेबल रेलवे अवार्ड्स प्रदान करती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों का चयन यूआइसी के सस्टेनेबल डेवेलोपमेंट के प्रमुख ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व फेडरेल चांसलर के अलावा विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियां तथा रेलवे से जुड़े विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ करते हैं.
पुरस्कार वितरण समारोह आगामी माह जून 2022 में बर्लिन में होना प्रस्तावित है. उल्लेखनीय है कि यूआइसी इंटरनेशनल इसके अंतर्गत इन्नोवेशन इन मोबिलिटी देट डेलीवर्स सोशल (पीपुल), इनवायरमेंटल (प्लेनेट) एवं इकॉनामी (प्रोस्पेरिटी) के प्रत्येक कैटेगरी में तीन अवॉर्ड्स प्रदान करती है. इसी कड़ी में भारतीय रेलवे को प्लेनेट कैटेगरी की बेस्ट यूज़ ऑफ जीरो कार्बन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत अवार्ड की दौड़ में शामिल किया गया है. पश्चिम मध्य रेल के बीना में सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) से 25 एसी ट्रैक्शन सिस्टम को सीधे बिजली सप्लाई करने वाले भारतीय रेलवे के मिशन विद्युतीकरण को इस पुरस्कार के लिए भेजा गया है.
बिना सोलर प्लांट की विशेषताएं
बिना में 1.7 मेगावॉट सोलर पॉवर प्लांट की क्षमता में 5800 सोलर मॉड्यूल लगे है.यहां 1015 पाइल फाउंडेशन का उपयोग करके मॉड्यूल माउंटिंग स्ट्रक्चर के 145 सेटों पर माउन्ट लगाए गए है. अंडर ग्राउंड ट्रांसमिशन केबल के द्वारा 25 किवी एसी ट्रैक्शन सब सेक्शन और ओएचई में सप्लाई करती है.
पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने मुख्यालय के प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष एवं मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल सहित वरिष्ठ अधिकारियों/कर्मचारियों के टीम वर्क की सराहना की है.
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