Indore News: स्वच्छता के मामले में इंदौर (Indore) सिटी ने पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है. पिछले 6 सालों से यह साफ-सफाई को लेकर टॉप पर रहा है. यही इंदौर खाने-पीने के शौकीन लोगों के नाम से भी जाना जाता है. खाने पीने को लेकर इंदौर की कई जगह जैसे 56 दुकान,  सराफा बाजार देश नहीं विदेश में भी काफी प्रसिद्ध हैं, लेकिन अब इंदौर का सराफा बाजार एक खास वजह से ज्यादा चर्चाओं में है और इसकी वजह है यहां एक कुल्फी विक्रेता का अनोखा अंदाज. यह कुल्फी बेचने वाला शख्स इतना मशहूर हो चुका है कि लोग यहां केवल कुल्फी खाने नहीं बल्की कुल्फी बेचने वाले सख्श को देखने भी आते हैं. दरअसल ये महाशय 2 किलो सोना पहनकर कुल्फी बेचते हैं, इनका यही अंदाज पूरे इंदौर में चर्चा का विषय बन चुका है.


1965 से चल रही है गोलडमैन की दुकान


दरअसल इंदौर के सराफा बाजार में  बंटी यादव  प्रकाश फालूदा कुल्फी के नाम से एक ठेला लगाते हैं. वह बताते हैं कि उनकी यह दुकान तीसरी पीढ़ी चला रही है. उनके दादा किशोर लाल यादव ने 1965 में इस दुकान की शुरुआत की थी जिसके बाद पिता रमेशचंद्र यादव ने ये दुकान संभाली. साल 2000 से वे इस दुकान को संभाल रहे हैं. वर्तमान में उनके पिता भी उनकी दुकान पर साथ रहते हैं. उनका कहना है कि सोना पहनने का शौक परिवार में बस मुझे ही है.


50 से 110 रुपए में खाएं पान, मलाई, जामुन, केवड़ा की कुल्फी


बंटी यादव हर शाम को सराफा बाजार में दुकान लगाते हैं और देर रात तक कुल्फी, फालुदा बेचते हैं. उनकी दुकान पर 50  से लेकर 110  तक की कुल्फी मिलती है. बंटी बताते हैं कि शुरुआत में वह सिर्फ केसर पिस्ता कुल्फी बनाते थे. बिजनेस बढ़ा तो पान, मलाई, जामुन, काजू केवड़ा, काजू गुलकंद, चॉकलेट, शुगर फ्री, मेंगो, सीताफल की कुल्फी भी बनाने लगे. पान कुल्फी को पान के पत्तों से तैयार किया जाता है. कुल्फी के दुकान पर फालुदा भी मिलता है. बंटी यादव बताते हैं कि कस्टमर को रोजाना फ्रेश माल ही खिलाते हैं. हमारे द्वारा क्वालिटी से समझौता नहीं किया जाता. बासी माल बेचने का हमारा मन ही नहीं करता क्योंकि हम खुद ही बासी चीज नहीं खाते तो कस्टमर को कैसे खिला सकते हैं.


जल्द ही ग्राहकों को मिलेगी गोल्ड की कुल्फी


बंटी यादव ने बताया की उनके पास स्पेशल फालूदा व कुल्फी की इतनी वैरायटी हैं कि दुकान पर आने वाले ग्राहक हैरान रह जाते है. उनकी कुल्फी और शरीर पर लदे सोने के आभूषणों को देखकर उनका कहना है कि कई बार ग्राहकों द्वारा पूछा भी जाता है कि यह सोना असली ही है न. बंटी कहते हैं कि ग्राहक उनसे कहते हैं कि आप इतना गोल्ड पहनते हो तो गोल्ड वर्क की कुल्फी भी बेचा करो. इसलिए उन्होंने तय कर लिया है कि अब गोल्ड वाली कुल्फी भी बनाई जाएगी. ग्राहकों को जल्द ही यह कुल्फी खाने को मिलेगी. बंटी यादव ने बताया की वह 2 किलो सोने के आभूषण पहनकर कुल्फी की दुकान पर आते हैं, जिसकी कीमत आज करीब एक करोड़ रुपए के आस पास है. हालांकि यह आभूषण उन्होंने थोड़ा-थोड़ा कर जमा किया है लेकिन इस शौक की वजह से अब लोग उन्हें गोल्डनमैन के नाम से जानते हैं.


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