Tandoor Ban: जनता के दबाव के आगे झुका प्रशासन, मध्य प्रदेश में अब नहीं बंद होंगे तंदूर
Jabalpur News: पर्यावरण प्रदूषण का हवाला देते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने होटलों, रेस्त्रां में तंदूर पर बैन लगा दिया था, जिसका भारी विरोध हुआ. विरोध के बाद सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है.
MP News: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) में होटलों और रेस्त्रां में तंदूर (Tandoor) जलाने पर कोई रोक नहीं लगाई जाएगी. इसका मतलब है कि अब यहां के लोग चाव से तंदूरी रोटी का मजा ले सकते हैं. जबलपुर में जिला प्रशासन की ओर से तंदूर पर प्रतिबंध को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया गया है.
'कोयले व लकड़ी का कम इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी'
खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा है कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा किसी भी होटल और रेस्टारेंट को तंदूर बंद करने का कोई नोटिस जारी नहीं किया गया. न ही तंदूर के इस्तेमाल को प्रतिबन्धित किया गया है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुये करीब बाईस दिन पूर्व होटलों और रेस्टारेंट मालिकों को पत्र भेजकर तंदूर में कोयले व लकड़ी का उपयोग कम से कम करने की सलाह दी गई थी.
उनसे इसकी जगह एलपीजी का इस्तेमाल बढ़ाने कहा गया था. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि होटल एवं रेस्टारेंट मालिकों से इस पत्र पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और लगभग सभी ने बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण के मद्देनजर इस ओर जरूरी पहल करने का आश्वासन दिया है.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने संभागायुक्त की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई प्रदूषण नियंत्रण मंडल की बैठक का हवाला देते हुये 18 जनवरी को एक पत्र भेजकर होटलों एवं रेस्त्रां को तंदूर का उपयोग कम से कम करने की सलाह दी थी. इसके स्थान पर एलपीजी का इस्तेमाल बढ़ाने की सलाह दी गई थी.पत्र में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने होटल एवं रेस्टारेंट मालिकों को इस दिशा में उठाये जा रहे कदमों के बारे में तीन दिन के भीतर विभाग को सूचित करने के निर्देश भी दिये थे.
जनता के दबाव में प्रशासन ने पीछे खींचे कदम
कहा जा रहा है कि होटल और रेस्त्रां मालिकों तथा आम जनों की ओर से तीव्र विरोध के चलते प्रशासन को अपने कदम पीछे खींचने पड़े हैं. पूर्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने कई टीवी चैनलों को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि जबलपुर में पर्यावरण से जुड़ी एक बैठक में संभागायुक्त ने तंदूर का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया है. इसके अलावा उन्होंने 500 से ज्यादा होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को नोटिस देने की जानकारी भी दी थी.
कहा जा रहा है कि प्रशासन ने देर आयद-दुरुस्त आयद की तर्ज पर सही फैसला लिया है. तंदूरी रोटी शादी-पार्टी सहित तमाम खुशी के मौके पर खाने के मेन्यू में शामिल रहती है.
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