Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाला हैं. वहीं चुनाव से पहले प्रदेश की शिवराज सरकार ने सौगातों की झड़ी लगा दी है. बता दें कि, हर रोज नई घोषणाओं को लेकर भी शिवराज सिंह चौहान बाकियों से कहीं आगे हैं. यहां तक की कांग्रेस ने तो उन्हें नारियल वाले बाबा तक की उपाधि दे दी और घोषणावीर की संज्ञा दे डाली. डबल इंजन की सरकार बनने का यही फायदा जनता को मिला रहा है कि, मध्य प्रदेश में चुनावी रेलें दौड़नें लगी हैं फिर चाहे बात वंदे भारत की हो या मेट्रो प्रोजेक्ट की.


बता दें कि, मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत इंदौर और भोपाल दोनों जगहों पर मेट्रो को पटरी पर दौड़ाने का काम अंधाधुंध गति पकड़े हुए है. इंदौर में पटरी बिछाने के लिए बीस अगस्त डेडलाइन दे दी गई. दरअसल, कहा गया कि, कैसें भी करो लेकिन काम समय पर पूरा होना चाहिए. तीन हजार लोगों से ज्यादा वर्कर की टीम इस काम को करने में जुटी है. वहीं काम करने वालों की मुश्किल ये है कि बारिश का सीजन है और ऐसे में काम करना बेहद मुश्किल हो सकता है. क्योंकि काम करने के दौरान कई बार बारिश राह में रोड़ा बन जाती है.


चुनावी रेल है तो जल्दी चलना प्राथमिकता


दरअसल, सरकार नहीं चाहती है कि, प्रोजेक्ट ज्यादा लेट हो क्योंकि इस साल के आखिरी में विधानसभा और अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव है. ऐसे में जीत की जमीन तैयार करना पार्टी ने अभी से शुरू कर दिया है. इंदौर में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है. वहीं भोपाल में भी अफसरों को एमडी मनीष सिंह के स्पष्ट निर्देश हैं कि डेडलाइन को ध्यान में रखकर काम किया जाए. ताकि मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट की तैयारी पर अफसर खरे उतर सकें. 


कहा पहुंची काम की गति 
बता दें कि, अभी तक तीन किलोमीटर बाय डक्ट और एक किलोमीटर डिपो में पटरी बिछाई जा चुकी है. 3000 मजदूरों दिन रात मेट्रो की काट में लगे हुए हैं. मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध संचालक मनीषा सिंह ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों से ट्रायल रन को लेकर अब तक के काम की जानकारी ली. मेट्रो का काम दिन रात चल रहा है. उन्होंने इंदौर मेट्रो में बाय डक्ट बीम के काम को दिन में बिना वजह बंद रखने को लेकर जनरल कंसल्टेंट के परियोजना निदेशक साइमन पुरी और उप परियोजना निदेशक परशुराम राय, महाप्रबंधक इंदौर मेट्रो रेल पर नाराजगी जताई.


वहीं कॉन्ट्रेक्टर को निर्देशित किया कि बारिश में कार्य रुकने नहीं चाहिए. उसके लिए ओवर शेड का स्थायी इंतजाम करें, जिससे पटरी राइडिंग का काम रुके नहीं. बता दें कि, इंदौर में अब तक 2,105 टन पटरी बन चुकी है और लगभग तीन किलोमीटर बाय डक्ट और एक किलोमीटर डिपो में पटरी बिछाई जा चुकी है. इस पर अधिकारियों को पटरी के काम में तेजी लाने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है.


ये भी पढ़ें-


Madhya Pradesh Election 2023: अमित शाह ने बनाई मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति, यह टीम संभालेगी चुनाव की कमान