मध्य प्रदेश में हाल ही में हुई एमपी टीईटी एग्जाम पेपर लीक मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. लंबे समय बाद मध्यप्रदेश में हुई संविदा परीक्षा में पेपर लीक होने से नाराज छात्रों ने इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन सौप कर इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
पेपर लीक मामले में छात्रों का प्रदर्शन
इन छात्रों ने मध्यप्रदेश व्यापमं में लगातार भ्रष्टाचार होने कई आरोप लगाया. प्रदर्शन करने आए एक छात्र रंजीत ने कहा कि पदों को बेचा जा रहा है, चाहे वो शिक्षक भर्ती हो, कांस्टेबल की या कृषि भर्ती परीक्षा हो. छात्र सबसे पहले जॉब निकालने के लिए संघर्ष करता है. उसके बाद पदों को बेचा जा रहा है. व्यापमं में लगातार यह खेल जारी है और छात्र विरोध के चलते सड़कों पर है. उन्होंने कहा कि इस पूरे व्यापम घोटाले की प्रमाण सहित शासन को जानकारी दी गई है. बावजूद इस पर किसी भी तरह की कार्रवाी नहीं की गई. जिससे प्रदेश के छात्रों में नाराजगी व्याप्त हो रही है.
छात्रों ने लगाया ये आरोप
रंजीत ने कहा कि हाल ही में हुई एमपी टीईटी व्यापमं परीक्षा में पेपर लीक में लक्ष्मण सिंह का नाम सामने आया था. इसके बाद भी सरकार स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि इसमें भ्रष्टाचार हुआ है. वही कांस्टेबल परीक्षा में कुछ लोगों को पहले क्वालीफाई किया गया था और उसके बाद दूसरी बार में उन्हें डिसक्वालीफाई किया गया. उसमें जो सेम नंबर पर क्वालीफाई हो रहा है तो कोई अन क्वालीफाई. दलाल लगातार पदों को बेचने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो शिक्षा को व्यापार बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई के लिए यहां पहुंचे है.
छात्रों ने सीबीआई जांच की मांग की
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपकर इस मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की. उन्होंने कहा कि व्यापमं में भ्रष्टाचार ने मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओं के भविष्य को चौपट कर दिया है. प्रदेश की प्रतिभाओं को बर्बाद किया जा रहा है. ये सब बंद किया जाए और एक नया स्वस्थ तंत्र खड़ा किया जाए ताकि निष्पक्ष तरीके से भर्ती हो सके.
दरअसल हाल ही में संविदा परीक्षा में पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी लक्ष्मण सिंह का नाम सामने आ रहा है. इस पूरे प्रकरण में स्क्रीनशॉट वायरल है कि उनके पास पहले से पेपर आ गया था. इससे यह पुख्ता हो जाता है कि पेपर पहले से लीक हो गया था. छात्रों ने लक्ष्मण सिंह की जांच किए जाने की भी मांग की और कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो पूरे मध्यप्रदेश में आंदोलन किया जाएगा.
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