MP Third Gender Voters: मध्य प्रदेश में थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है. राज्य में सबसे ज्यादा थर्ड जेंडर मतदाता राजधानी भोपाल (Bhopal) में हैं. बता दें कि राजधानी भोपाल में थर्ड जेंडर मंगलवारा क्षेत्र में रहते हैं. गत वर्ष मध्य प्रदेश में थर्ड जेंडर की जनसंख्या 1278 थी, जो अब बढक़र 1432 हो गई है. मध्य प्रदेश में सबसे कम थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या सतना में है, यहां कुल 35 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या ज्यादा बड़े शहरों में ही है. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने कुछ दिन पहले ही मतदाताओं के फाइनल आंकड़े जारी किए हैं. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में 97 अप्रवासी भारतीय मतदाता भी हैं, जो आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने मतों का प्रयोग करेंगे.
भोपाल में ज्यादा सतना में कम
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से जारी मतदाताओं के फाइनल आंकड़ों पर गौर करें, तो सबसे ज्यादा थर्ड जेंडरों की आबादी राजधानी भोपाल में हैं, जबकि सबसे कम सतना जिले में है. आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में थर्ड जेंडर की संख्या 176 है, जबकि जबलपुर में 110 इंदौर में 102 उज्जैन में 71 हैं. वहीं ग्वालियर में 63, सागर में 47, नर्मदापुरम में 47, थार में 45, खंडवा में 40 और सतना जिले में थर्ड जेंडरों की जनसंख्या 35 हैं. बता दें कि राजधानी भोपाल में तो मंगलवारा क्षेत्र में थर्ड जेंडरों का निवास स्थान है.
प्रदेश में पांच लाख दिव्यांग मतदाता
राज्य निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पूरे मध्य प्रदेश में 5 लाख से अधिक दिव्यांग मतदाता भी हैं. ये मतदाता आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार चुनने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. राज्य निर्वाचन कार्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 5 लाख 7 हजार 865 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि अप्रवासी भारतीयों की संख्या 97 है.
इतना ही नहीं राज्य निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस बार प्रदेश के 52 जिलों में से 18 विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं का वर्चस्व भी बढ़ा है. इन विधानसभा क्षेत्रों में पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता हैं.