MP Tiger Skeleton News: मध्यप्रदेश में बाघों के मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी भोपाल से 35 किलोमीटर दूर चिकलोद के जंगल में एक बाघ का कंकाल मिला था. ये कंकाल करीब 10 से 12 दिन पुराना बताया गया है. इस मामले के संबंध में वन विभाग की स्पेशल टास्क फोर्स ने 5 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. जानकारी के मुताबिक पांचों संदिग्ध मुरारी गांव के रहने वाले हैं.
औबेदुल्लागंज डीएफॅओ (डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर) हेमंत रायकवार के अनुसार बाघ के कंकाल के पास 5 संदिग्ध दिखें थे, जिन्हें फिलहाल हिरासत में ले लिया गया है. स्पेशल टास्क फोर्स इनसे पूछताछ कर रही हैं. बता दें कि चिकलोद के जंगल में अमला बीते दो दिनों से बाघ की तलाश कर रहा था. सर्च के दौरान रविवार को वन अमले को बाघ का कंकाल मिला.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से होगा बाघ की मौत का खुलासा
बाघ के बारे में वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ शुभरंजन सेन को सूचना दी थी. व्हाट्सएप पर मिली इस शिकायत में बताया था कि रायसेन जिले की आशापुरी बीट के आरएफ कपॉटमेंट 330 में बाघ को गोली मारकर शिकार किया गया है.
सूचना मिलते ही वन अमले की तलाश के बाद रविवार को बाघ का कंकाल मिला था, जिसके बाद बाघ के कंकाल का पोस्टमॉर्टम कराया गया है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आज शुक्रवार को आ सकती है. रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि बाघ की मौत आखिर कैसे हुई थी.
सीहोर जिले में भी मिला था बाघ का शव
यहीं कुछ दिन पहले सीहोर जिले के बुदनी क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गई थी. बुदनी के मिडघाट रेलवे ट्रैक पर वन विभाग की टीम ने बाघ के शव को रेस्क्यू किया, जबकि उसके साथ एक-एक साल के दो शावक घायल हो गए थे.
स्पेशल ट्रेन के जरिए घायल शावकों को भोपाल लाया गया. वन विहार के वाइल्ड लाइफ डॉक्टर्स शावकों की निगरानी में जुटे हैं.