MP Tourist Place: इन दिनों स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां चल रही हैं. नतीजतन लोग अपने बच्चों के साथ पर्यटन स्थलों (Tourist Place) पर घूमने के लिए पहुंच रहे हैं. प्रदेश सहित पूरे देशभर से पर्यटक मिनी कश्मीर कहे जाने वाले पचमढ़ी (Panchmarhi) भी आ रहे हैं. यहां स्थित प्रचीन पर्यटन स्थलों पर घूमकर पर्यटक छुट्टियों का आनंद ले रहे हैं. पचमढ़ी में ही एक दर्जन से अधिक पर्यटन स्थल हैं. आज मध्य प्रदेश पर्यटन दिवस है. आइए जानते हैं पंचमढ़ी के पर्यटकों स्थलों की विशेषता...


बी-फॉल्स: पचमढ़ी हिल स्टेशन पर बी फॉल नाम का एक झरना है. इस झरने से सालों भर पानी गिरता है. बी फॉल में लगभग 150 फीट की ऊंचाई से पानी नीचे गिरता है. यहां का नजारा बहुत ही खूबसूरत होता है. पचमढ़ी आने वाले यहां जरूर जाते हैं.


सबसे ऊंचा स्पॉट है धूपगढ़ : पचमढ़ी में धूपगढ़ सबसे ऊंचा स्पॉट माना जाता है. इसके अलावा पचमढ़ी में लेक, छोटे महादेव मंदिर, चारूगढ़, पांडव गुफा, अफसरा विहार, रीछगढ़ आदि हैं.


जटाशंकर: पचमढ़ी नगर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर जटाशंकर का गुफा है. इसके ऊपर एक विशाल शिलाखंड नजर आता है जो बिना किसी सहारे का झूलता हुआ दिखता है.जटाशंकर मार्ग पर ही एक हनुमान मंदिर मौजूद है. 


पांडव गुफाएं: बताया जाता है कि पचमढ़ी में पांच गुफाएं हैं. इन्हीं गुफाओं के चलते पचमढ़ी का नाम पचमढ़ी पड़ा. कहा जाता है कि पांडवा भी वनवास के दौरान यहां ठहरे थे. पुरातत्वेत्ताओं का मानना है कि इन गुफाओं को 9वीं और 10वीं शताब्दी में गुप्त काल के दौरान बौद्धों द्वारा बनवाया गया था. 


हन्डी खो: हन्डी खो पचमढ़ी की सबसे गहरी और तंग घाटी है, जिसकी गहराई 300 फीट है. दोनों ओर घने जंगलों से घिरी इस घाटी के नीचे बहते पानी की स्पष्ट आवाज सुनी जा सकती है. 


चौरागढ़ पहाड़ी: इसी तरह पचमढ़ी में चौरागढ़ पहाड़ी स्थित है. पर्यटक चार किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई के बाद यहां तक पहुंचे हैं, जहां स्थित भगवान महादेव के मंदिर के दर्शन भी करते हैं.


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