Eye Flu In MP: इन दिनों उज्जैन संभाग के सभी जिलों में आई फ्लू यानी आई कंजंक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या में लगातार उछाल आ रहा है. चिकित्सक आई फ्लू से बचने के लिए कई उपाय भी बता रहे हैं. खास बात यह है कि आई फ्लू के बचाव का तरीका भी कोरोना वायरस से बचने के उपाय से मिलता जुलता है. आंखों से पानी बहना, आंखों में सूजन आना और लाइट को देखने में परेशानी होना जैसे महत्वपूर्ण लक्षण आई फ्लू अर्थात आई कंजेक्टिवाइटिस के है.
बारिश के दिनों में आई फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं लेकिन इस बार संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. उज्जैन, देवास, आगर मालवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच जिले में लगातार आई फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं.
डॉक्टर रौनक एलची के मुताबिक आई फ्लू वायरल और बैक्टीरियल दोनों ही प्रकार से हो सकता है. उन्होंने बताया कि जब आई फ्लू होता है उस समय आंखों से देखने में काफी दिक्कत आती है. हालांकि कुछ दवा और आई ड्रॉप लेने से जल्द ही आई फ्लू ठीक हो जाता है, मगर इसे फैलने से रोकना भी बेहद जरूरी है. इसके लिए लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है. चिकित्सकों के मुताबिक बारिश के दिनों में जब तापमान अचानक कम हो जाता है तो वायरस बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं जिसकी वजह से आई फ्लू जैसी बीमारी सामने आती है.
आई फ्लू से बचने के उपाय
आई फ्लू से बचने के लिए लोगों को काफी सावधान रहने की जरूरत है. वर्तमान समय में बार बार हाथ धोने, आंखों पर हाथ नहीं लगाने, आंखों का मेकअप बॉक्स किसी को नहीं देने, दूसरों के चश्मे का उपयोग नहीं करने, तकिए का कवर धोने, साफ-सफाई रखने जैसी सावधानी के जरिए आई फ्लू से बचा जा सकता है.
आई फ्लू होने पर क्या करें उपाय
डॉ वितरण के मुताबिक यदि आई फ्लू हो जाता है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए. इसके बाद आंखों को साफ कपड़े से ही ढकना चाहिए. आंखों को बार-बार ठंडे पानी से धोने से भी राहत मिलती है इसके अलावा यदि गुलाब जल से आंखों को धोया जाए तो भी आई फ्लू में राहत पहुंचती है.
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