MP Local Body Election 2022: सिंगरौली में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजनीतिक दलों ने झोंकी ताकत, बारिश बिगाड़ सकती है खेल
MP News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली में नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. बीजेपी के लिए गायक और सांसद मनोज तिवारी ने रोड शो किया.
MP Nagariy Nikay Chunav 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नगरीय निकाय चुनाव (MP Urban Body Election 2022) के पहले चरण का चुनाव प्रचार सोमवार शाम 5 बजे खत्म हो गया. मतदान 6 जुलाई को कराया जाएगा. चुनाव प्रचार (Election Campaign) के आखिरी दिन बीजेपी (BJP), कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. सिंगरौली में मेयर पद के लिए बीजेपी उम्मीदवार चंद्र प्रताप विश्वकर्मा के सांसद और भोजपुरी के गायक मनोज तिवारी ने रोड शो किया.
सिंगरौली नगर निगम चुनाव के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. दोनों ही दलों ने चुनाव प्रचार में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी. वहीं बारिश के कारण मतदान व्यवस्था के गड़बड़ाने की भी आशंका बनी हुई है. अगर ऐसा हुई तो इससे मतदान प्रतिशत कम रह सकता है. राजनीतिक दलों को इसकी चिंता सताने लगी है. हालांकि, दोनों ही दलों ने बूथ की व्यवस्था बनाने पर पूरा जोर दिया है और पार्षद प्रत्याशी भी घर-घर जाकर मतदाताओं को बूथ तक लाने की रूपरेखा बना रहे हैं.
बारिश ने ऐसे बढ़ाई बीजेपी की मुश्किल
नगरीय निकाय क्षेत्रों में कई वार्डो में बारिश के कारण नालियों का पानी घरों में घुस गया तो कहीं-कहीं स्मार्ट सिटी के कार्यों के कारण जलजमाव देखने को मिल रहा है. जिला मुख्यालय से करीब एक किलोमीटर में ही हर्रई में नालियों की नियमित सफाई न होने से गंदा पानी घरों में घुस रहा है. इन हालात का सत्तारूढ़ बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
इलाके के लोग पूर्व वार्ड पार्षद और नगर निगम अध्यक्ष चंद्र प्रताप विश्वकर्मा से नाराज बताए जा रहे हैं. चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ही वर्तमान में बीजेपी के मेयर उम्मीदवार हैं. सोशल मीडिया पर अव्यवस्थाओं के फोटो और वीडियो वायरल किए जा रहे हैं. वहीं विपक्षी दलों कांग्रेस और आप को बीजेपी पर हमला करने मौका मिल गया है. कहा जा रहा है कि बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है.
ऐसे बदले चुनावी समीकरण
पहले चरण के चुनाव प्रचार के थमने के साथ ही उम्मीदवारों और नेताओं की धड़कनें बढ़ गई हैं. कहा जा रहा है कि बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में कहीं-कहीं बागियों ने और कहीं आप और बीएसपी जैसे दलों ने चुनावी समीकरण बदल दिए हैं. वार्ड स्तर पर निर्दलीय उम्मीदवारों जोरदार प्रचार किया. इसका भी असर राजनीतिक दलों के वोट बैंक पर दिख सकता है.