MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी, मंडला, डिंडोरी और दमोह जिले की सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को बांटने के लिए जबलपुर (Jabalpur) से निकले एक हजार टन यूरिया में से 890 टन यूरिया के गायब होने का मामला सामने आया है. अब सरकारी एजेंसियां यह पता लगाने के लिए परेशान हो रही हैं कि यह यूरिया जमीन निगल गई या आसमान खा गया. फिलहाल जबलपुर कमिश्नर बी चंद्रशेखर (B Chandrashekhar) ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि पिछले महीने के अंतिम दिनों में एक हजार टन यूरिया सिवनी, मंडला, डिंडोरी और दमोह की सहकारी समितियों में भेजा जाना था, लेकिन उसमें से 890 टन यूरिया गायब हो गया.
करीब तीन करोड़ रुपये से अधिक का यूरिया सोसायटियों में नहीं पहुंचने से कृषि महकमे सहित विपणन संघ (मार्कफेड) में भी हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि जिलों में यूरिया नहीं पहुंचने की बढ़ती शिकायतों के बीच चार दिन के अंदर कृषि विभाग के उप संचालक और संयुक्त संचालक स्तर पर बैठाई गई जांच में भी चिह्नित समितियों में आवंटन से कम या बिल्कुल ही यूरिया नहीं पहुंचने की पुष्टि हुई है. 26 अगस्त को रैक के जरिए जबलपुर पहुंचने के बाद यूरिया कहां चला गया? इसे लेकर मार्कफेड सहित कृषि महकमे को फर्टिलाइजर कंपनी कृभको, श्याम फर्टिलाइजर के प्रतिनिधि और कंपनी के स्थानीय डीलर डीपीएमके के जवाब का इंतजार है.
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डीलर और कंपनी प्रतिनिधि से मांगा गया जवाब
वहीं मार्कफेड के डीएमओ रोहित सिंह बघेल का कहना है कि यह मामला डीलर, हैंडलिंग एजेंसी और ट्रांसपोर्टर से जुड़ा है. उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा गया है. इसके साथ ही कृभको के नए रैक से यूरिया सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है. संयुक्त संचालक कृषि के. एस. नेताम ने मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच में आवंटित यूरिया नहीं पहुंचने की बात सामने आई है. इस मामले में डीलर और कंपनी प्रतिनिधि से जवाब मांगा गया है. सिवनी, मंडला और डिंडोरी के डीएमओ को आगे की कार्रवाई करने कहा गया है. कंपनी के प्रतिनिधि और डीलर का पक्ष सामने आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकेगा.
जबलपुर में 144 टन ही सप्लाई हुआ यूरिया
मार्कफेड ने 25 अगस्त को जबलपुर में लगने वाले रैक से सिवनी के लखनादौन के लिए 100, मंडला, बिछिया और निवास के लिए 300, डिंडोरी और समनापुर के लिए 400, दमोह जिले के तेंदूखेड़ा और जबेरा के लिए 200 टन यूरिया आवंटित किया था. यह यूरिया कृभको श्याम फर्टिलाइजर की 26 अगस्त को जबलपुर (कछपुरा) में लगी रैक से उसके डीलर को कंपनी के ट्रांसपोर्टर डीजी ट्रांसपोर्ट एंड वेयरहाउसिंग के द्वारा भिजवाना था. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक 12 दिनों में केवल मंडला में 82 और डिंडोरी में केवल 28 यानी कुल 110 टन यूरिया ही पहुंचा है. वहीं जबलपुर जिले में आवंटित 853 टन यूरिया में से केवल 144 टन ही सप्लाई हुआ है.
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