Madhya Pradesh News: प्रदेश में एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में लगाये जाएंगे टीके! जानें ड्रॉप आउट स्टूडेंट्स के लिए क्या है प्लान
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के एक स्कूल में बने टीकाकरण केंद्र में आज से 15-18 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों के टीकाकरण अभियान की शुरुआत की.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा कि युद्ध स्तर पर टीकाकरण की जरूरत है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों, स्वयंसेवकों और धर्मगुरुओं की भागीदारी की भी मांग की. कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाने पर जोर दिया. बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को टीका लगाने का अभियान सोमवार से शुरू हो चुका है.
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि इस आयु वर्ग का टीकाकरण स्कूलों के परिसर में ही किया जाना है. उन्होंने कहा, हमें युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाना है. संकट प्रबंधन समितियों, सांसदों, विधायकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों, धर्मगुरुओं सभी से अनुरोध है कि बच्चों से टीकाकरण कराने की अपील करें.
3 जनवरी से 6 जनवरी के बीच इतने टीके देने की है योजना
कलेक्टर अविनाश लवानिया ने रविवार को कहा कि भोपाल में प्रशासन ने जिले के 1,086 स्कूलों में इस आयु वर्ग के 40,000 से अधिक छात्रों को 3 जनवरी से 6 जनवरी के बीच टीके देने की योजना बनाई है. मध्य प्रदेश टीकाकरण अधिकारी डॉ संतोष शुक्ला ने पहले कहा था कि राज्य में 15-18 आयु वर्ग के 36 लाख पंजीकृत स्कूली बच्चे हैं. हमारी योजना सोमवार को 12 लाख बच्चों को खुराक देने की है. राज्य ने इससे पहले एक दिन में 30 लाख डोज का रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन, बच्चों के साथ हम जल्दबाजी नहीं कर सकते. स्कूली बच्चों को कवर करने के बाद, हम स्कूल छोड़ने वालों बच्चों को टीके लगाने की दिशा में काम करेंगे. बता दें कि इसके बाद इस आयु सीमा के बीच आने वाले ड्रॉप आउट बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा.
क्या कहते हैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए अलग-अलग टीकाकरण केंद्र, अलग कतार और विभिन्न टीकाकरण दल उपलब्ध कराने की सलाह दी. साथ ही बच्चों के टीके अलग रखने पर विशेष ध्यान देने को कहा है.
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