MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में गौशालाओं के उत्थान के लिए एक प्लानिंग बनाई है. एमपी गौसंवर्धन बोर्ड की इस प्लानिंग के तहत अब प्रदेश के पशु चिकित्सकों को पशुओं के इलाज के साथ ही एक गौशाला भी गोद लेनी होगी. गौ संवर्धन बोर्ड ने निर्देशित किया है कि पशु चिकित्सक एक गौशाला का चयन कर 10 दिन में ही बोर्ड को सूचित करें कि कौन सी गौशाला गोद ली गई है. उत्कृष्ट आने वाली गौशालाओं को गौ संवर्धन बोर्ड द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा.


बता दें मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड ने माता महामारी उन्मूलन इकाई के पशु चिकित्सकों को अपने क्षेत्र की एक गौशाला को गोद लेकर उन्नयन करने के निर्देश दिए हैं. इकाई द्वारा अपने कार्य क्षेत्र की गौशालाओं में शिविर लगाकर पशुओं की जांच, उपचार और नि:शुल्क औषधि वितरण किया जाता है. ये पशु चिकित्सक पशु पालकों की समस्याओं का समाधान करने में भी मदद करते हैं.


सर्वश्रेष्ठ गौशालाएं होंगी पुरस्कृति
रजिस्ट्रार गौ संवर्धन बोर्ड के डॉ. बीएस शर्मा ने बताया कि बोर्ड द्वारा संचालित माता महामारी उन्मूलन इकाई में प्रदेश में लगभग 40 पशु चिकित्सक कार्यरत हैं. इन चिकित्सकों से कहा गया है कि अपने क्षेत्र की एक सबसे कमजोर गौशाला का चयन करें और उसे पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास करें. सर्वश्रेष्ठ उन्नत गौशाला को पुरस्कृत किया जाएगा.


बैंक अधिकारी भी रहेंगे शामिल
गौ संवर्धन बोर्ड के अनुसार इस प्लानिंग के तहत पशु चिकित्सकों से कहा गया है कि शिविर में बैंक अधिकारियों को भी शामिल करें. जिससे पशु पालकों को बैंक सहायता प्रक्रिया की जानकारी मिल सकें और वे योजना का लाभ आसानी से उठा सकें. संबंधित पशु चिकित्सक अपने क्षेत्र की गौशाला का सर्वेक्षण कर चयनित गौशाला की जानकारी बोर्ड को 10 दिन के भीतर भेजेंगे. बता दें कि प्रदेश के गायों में फैल रही बीमारियों और गायों के उत्थान के लिए एमपी गौ संवर्धन बोर्ड ने यह फैसला लिया है.


यह भी पढ़े: महिलाएं और किसान मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करेंगे बड़ा उलटफेर, सर्वे में आया चौंकाने वाला नतीजा